कुत्तों के लिए काल बना ये वायरस, 3 महीने में 50 से ज्यादा केस; ऐसे करें पहचान

दीपक पाण्डेय/खरगोन. मध्य प्रदेश के खरगोन में इन दिनों पार्वो वायरस तेजी से फेल रहा है. यह वायरस जानलेवा होता है. जिले में बीते तीन महीने में 50 से ज्यादा केस सामने आ चुके है. यह वायरस आमतौर पर कुत्तों में पाया जाता है. वायरस से ग्रसित डॉग को समय पर इलाज नहीं मिला तो उसकी जान भी जा सकती है.

जिला पशु चिकित्सालय में पदस्थ असिस्टेंट सर्जन डॉ. आदित्यराज परमार ने बताया कि पार्वो वायरस एक संक्रमित बीमारी है. यह बीमारी कुत्ते के बच्चों (पिल्लों) में देखी जाती है. 6 सप्ताह से 12 सप्ताह के बीच के पिल्ले ज्यादातर इसका शिकार होते हैं. स्ट्रीट डॉग और पेट डॉग दोनों में ही ये बीमारी होती है. सही समय पर इलाज मिल जाए तो बचाव कर सकते हैं.

वायरस के सामान्य लक्षण
ये वायरस बहुत ही खतरनाक माना जाता है. एक बार वायरस की चपेट में आने के बाद तुरंत इलाज की जरूरत होती है. सामान्य तौर पर 7 दिनों में आराम मिलने की संभावना रहती है. लेकिन, बीमारी घातक हो जाए तो फिर बचना मुश्किल है. वायरस से ग्रसित पिल्लों में सामान्य लक्षण दिखाई देते है. जैसे उन्हें उल्टी होना, दस्त, दस्त में खून और डिहाइड्रेशन.

क्या है इलाज
डॉक्टर के अनुसार पार्वो वायरस एक ऐसी बीमारी है, जिसका कोई इलाज नहीं है. इसलिए ऐसे केस में सिंपटोमेटिक ट्रीटमेंट करना पड़ता है. जैसे – उल्टी, दस्त सहित जो भी सिम्पटम दिखाई देते हैं उससे संबंधित इलाज करते हैं. डॉग मालिक अपने नजदीकी पशु चिकित्सालय में 10 रुपए की पर्ची कटवाकर इलाज करवा सकते हैं. दवाइयां नि:शुल्क मिलती हैं.

वैक्सीनेशन बहुत जरूरी
वायरस की रोकथाम के लिए वैक्सीन लगवाना बेहद जरूरी है. अगर वैक्सीन लगी है तो वायरस का खतरा ना के बराबर रहता है. पिल्ले की उम्र 45 दिन होने पर मल्टी वैलेंट वैक्सीन लगती है. यह प्राइमरी वैक्सीन है. एक महीने बाद इसका दूसरा बूस्टर डोज भी लगता है. बाद में हर साल यह रिपीट होती है.

बचाव के उपाय
अगर आपके पास भी पेट डॉग है तो उन्हें संक्रमित डॉग के संपर्क में नहीं आने दें. उनसे दूर रखें. स्ट्रीट डॉग के संपर्क में भी नहीं आने दें. क्योंकि यें वायरस संक्रमित डॉग के संपर्क में आने से फैलता है. उससे इंफेक्टेड फूड और अन्य चीजों के संपर्क में आने से भी फैलता है.

Tags: Attack of stray dogs, Dogs, Latest hindi news, Local18, Mp news, Virus

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *