पुणे। महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने शुक्रवार को कहा कि उनके बेटे की एक कुख्यात अपराधी से मुलाकात गलत थी और इसे टाला जाना चाहिए था। इस मुलाकात की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुई थीं। पवार ने कहा कि वह पार्थ पवार और गैंगस्टर गजानन मार्ने की मुलाकात का सभी विवरण जुटाएंगे। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी कार्यकर्ता उनके बेटे को वहां ले गए होंगे।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के वरिष्ठ नेता ने दावा किया, ‘‘घटना के बाद मैंने पुलिस से स्पष्ट रूप से कहा कि इस तरह के तत्व उनके नजदीक नहीं आने चाहिए थे। यह किसी भी राजनीतिक नेता के साथ हो सकता है।’’ बारामती से विधायक ने कहा, ‘‘जो कुछ हुआ वह गलत था। मैं सभी विवरण जुटा रहा हूं। ऐसा लगता है कि पार्टी कार्यकर्ता पार्थ को वहां ले गए। यह नहीं होना चाहिए था। मैं उनसे बात करूंगा।’’
पवार ने कहा कि एक कुख्यात अपराधी को कभी पार्टी में शामिल किया गया था लेकिन उसके अतीत के बारे में पता चलने पर उसे तुरंत हटा दिया गया। राकांपा के कई कार्यकर्ताओं के साथ पार्थ पवार और मार्ने के बीच मुलाकात की तस्वीरों का सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से प्रसार हुआ। राकांपा के शरद पवार गुट के विधायक रोहित पवार से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की पूछताछ के बारे में पूछे जाने पर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि पूछताछ के लिए लोगों को तलब करना जांच एजेंसियों का काम है और सच-सच जवाब देना लोगों का कर्तव्य है।
उन्होंने कहा, ‘‘भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो ने मुझसे भी पांच घंटे पूछताछ की लेकिन भीड़ जुटा कर दुष्प्रचार नहीं किया।’’ शरद पवार के पोते रोहित पवार महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक से जुड़े कथित घोटाले के सिलसिले में पूछताछ के लिए के लिए बुधवार को ईडी के समक्ष पेश हुए थे, और 11 घंटे से अधिक समय बाद वहां से निकले थे। राकांपा के सैकड़ों कार्यकर्ता दक्षिण मुंबई में पार्टी कार्यालय पर एकत्र हुए थे और रोहित पवार के समर्थन में नारे लगाये तथा ईडी के खिलफ प्रदर्शन किया।
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