हाइलाइट्स
एकनाथ शिंदे ने कहा कि उन्होंने शिवसेना को बचाने के लिए बगावत की.
शिंदे ने 2022 में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व के खिलाफ विद्रोह किया.
शिंदे ने कहा कि जब पार्टी पहली बार सत्ता में आई तो बाल ठाकरे ने एक कार्यकर्ता को सीएम बनाया.
मुंबई. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने कहा कि उन्होंने शिवसेना (Shiv Sena) को बचाने के लिए 2022 में उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के नेतृत्व के खिलाफ विद्रोह कर पार्टी को विभाजित किया था. पुणे जिले के राजगुरुनगर में ‘शिव संकल्प’ रैली में लोकसभा चुनाव के लिए अपने नेतृत्व वाले शिवसेना गुट के अभियान की शुरुआत करते हुए शिंदे ने यह बात कही. शिंदे ने कहा कि ‘मैंने ईमानदारी के साथ और पार्टी को बचाने के इरादे से अपना रुख तय किया.’ शिंदे की बगावत की वजह से उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) की गठबंधन सरकार गिर गई. जिससे वह भाजपा (BJP) से गठबंधन बनाकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बन गए थे.
एकनाथ शिंदे ने कहा कि 1995 में जब पार्टी पहली बार भाजपा के साथ गठबंधन करके सत्ता में आई तो शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बन सकते थे. मगर उन्होंने अपनी जगह एक अन्य पार्टी कार्यकर्ता मनोहर जोशी को मुख्यमंत्री बना दिया. शिंदे ने उद्धव ठाकरे पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ‘किसी ने वादा किया था कि मैं एक शिव सेना कार्यकर्ता को मुख्यमंत्री बनाऊंगा लेकिन फिर वह खुद सीएम बन गए.’ मुख्यमंत्री पद के मुद्दे पर 2019 में भाजपा के साथ दशकों पुराना गठबंधन तोड़ने वाले ठाकरे ने यह कहकर अपने फैसले का बचाव किया था कि उन्होंने अपने दिवंगत पिता से वादा किया था कि एक बार फिर सेना के एक कार्यकर्ता को राज्य का शीर्ष पद मिलेगा.
एकनाथ शिंदे ने निवेश के मोर्चे पर अपनी सरकार के रिकॉर्ड का भी बचाव किया. शिंदे ने महाराष्ट्र के बाहर जा रही बड़ी परियोजनाओं को लेकर उनकी सरकार की आलोचना का भी जवाब दिया. उन्होंने दावा किया कि पिछले साल दावोस में किए गए 1.37 लाख करोड़ रुपये के निवेश सौदों में से 85 प्रतिशत सौदे अमल में आए. शिंदे ने कहा कि पिछले ढाई साल में गुजरात ने कर्नाटक और महाराष्ट्र को पीछे छोड़ दिया था, लेकिन पिछले डेढ़ साल में हमने फिर से शीर्ष स्थान हासिल कर लिया है.
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एकनाथ शिंदे ने आगे कहा कि ‘अबकी बार 45 पार’ महाराष्ट्र के लिए नया नारा होगा. लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए गए काम को स्वीकार किया है और इसका परिणाम चार राज्यों के विधानसभा चुनावों में देखा गया है. महाराष्ट्र एक रुपये में फसल बीमा प्रदान करने वाला देश का पहला राज्य है… पिछले 50-60 वर्षों में जो फैसले नहीं लिए गए, वे पिछले 9 साल में मोदी सरकार ने लिए हैं. ‘डबल’ इंजन सरकार का काम पूरे जोरों पर है और यही कारण है कि राकांपा नेता अजित पवार भी हमारे साथ शामिल हुए.
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Tags: Eknath Shinde, Maharashtra Politics, Shiv sena, Uddhav thackeray
FIRST PUBLISHED : January 7, 2024, 02:05 IST