किसान ध्यान दें! इस तरीके से करें आलू की खेती, बंपर हो जाएगी पैदावार, एक्सपर्ट से जानें

सनन्दन उपाध्याय/बलिया: आलू की खेती को लेकर किसानों ने कमर कस ली है. पिछले वर्ष कम पैदावार हुई थी लेकिन इस बार अधिक पैदावार की उम्मीद के साथ किसानों ने खेतों की बुवाई शुरू कर दी है. ऐसे में किसानों को चाहिए कि बुवाई से पहले बीज शोधन और भूमि शोधन अवश्य करें. कृषि विशेषज्ञों की मानें तो आलू की खेती से बेहतर उत्पादन लेना कोई बहुत मुश्किल काम नहीं है. इसके लिए सबसे पहले मिट्टी की जांच, उन्नत किस्म के बीजों का इस्तेमाल और खेती करने सही विधि का पता होना जरूरी है.

मृदा व कृषि रसायन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. अशोक कुमार सिंह बताते हैं कि आलू बोने का महत्वपूर्ण पहलू बीजों का उपचार करना है. अगर आलू बोने से पहले बीजों का उपचार कर दिया जाए तो फसल में आने वाली तमाम समस्याओं का समाधान हो जाता है. अंततः किसान भाइयों को 20% फसल में आने वाली गिरावट भी समाप्त हो जाती है.

ये है आलू के फसल का महत्व

प्रो. अशोक कुमार सिंह बताते हैं कि बलिया, उत्तर प्रदेश और भारत ही नहीं बल्कि दुनिया की महत्वपूर्ण फसल आलू बन गया है. आलू सब्जियों का मुख्य अंग बनता जा रहा है. इसके कई कमर्शियल वैल्यू के साथ औद्योगिक वैल्यू भी है. माणी के रूप में और स्टार्च के रूप में इसके तमाम उपयोग है. आलू की मांग सब्जियों में हर समय रहती है . किसान भाइयों के लिए आलू की फसल बड़ी ही महत्वपूर्ण होती है. लेकिन कुछ विषयों पर जानकारी न होने के कारण किसान इस महत्वपूर्ण  फसल में तमाम समस्याओं का सामना करने को मजबूर होते हैं.

ये है आलू बोने का महत्वपूर्ण तरीका

आलू बोने का महत्वपूर्ण पहलू बीज उपचार है. इसके प्रति कहीं न कहीं किसान जागरूक नहीं है. बीज उपचार नहीं कर पाते हैं. कारणवश तमाम समस्याओं का सामना करना पड़ता है. बीज उपचार का अभाव उस प्रकार प्रभावित होता है जब आलू का बीज नामी के संपर्क में आते ही फफूड़े और जीवाणुओं का शिकार हो जाते हैं. पुरी लाइफ फसल प्रभावित होने लगती है. बीज उपचार एक ऐसा पहलू है जो इन सारी समस्याओं से समाधान दिलाता है. बीज उपचार करने के लिए सबसे पहले एगला, एलटान या कारबेंडा जिम से उपचारित करके दो घंटे छाए में सुखाकर बोरिक एसिड पाउडर के 02 परसेंटेज खोल से भी उपचारित कर दें. इसके बाद इन सारी बीमारियों से छुटकारा मिलेगा. यही नहीं जब इस फसल के माध्यम से आलू तैयार होगा तो इन तमाम बीमारियों का सामना इस आलू का सेवन करने वाले लोगों को भी नहीं करना पड़ेगा.

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