भास्कर ठाकुर/सीतामढ़ी: खरीफ फसल का सीजन अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका है. धान की कटनी का दौर भी सीतामढ़ी में शुरू हो चुका है. एक पखवाड़े में धान की फसल भी कट जाएगा. इसके साथ हीं मौसम में भी बदलाव शुरू हो चुका है और शरद ऋतु का आगमन जो चुका है. किसानों को बदकते मौसम के साथ इसके अनुकूल खेती करनी चाहिए. डीएओ ब्रजेश कुमार में बताया कि धान की कटनी के बाद किसान चाहे तो उस अंतराल में ऐसी फसलों की खेती कर लेनी चाहिए जिससे कम समय बेहतर आमदनी हो सके.
किसान आगत आलू के साथ मोटे अनाज की कर सकते हैं खेती
प्रखंड तकनीकी प्रबंधक आरडी चौरसिया ने बताया कि अक्टूबर के महीने में सुबह-शाम हल्की ठंड महसूस होती है. दिन का तापमान 20 से 25 डिग्री के बीच रहता है. ऐसे में किसानों को जलवायु अनुकूल खेती करनी चहिए और खेती का पैटर्न भी बदलना चाहिए. किसान चाहे तो अगात आलू की खेती कर सकते है. ज्यादा ठंड बढ़ने पर झुलसा के प्रभाव से बच जाएंगे.
किसान कुफरी, सूर्या, अशोका जैसे आलू की नस्ल की खेती कर सकते हैं. इसके आलवा मोटे आनाज जैसे गोदो, शामा, चीना, रागी, मरुआ, बाजरा इत्यादि की खेती कर सकते हैं.उन्होंने गेहूं में करण बंदना, DBW 222, HD 336, नस्ल की खेती करने की सलाह दी.
मशरूम की खेती भी किसानों के लिए है बेहतर विकल्प
आरडी चौरसिया ने बताया कि अभी के समय में लघु सीमांत किसान चाहे तो मशरुम की खेती कर सकते है. जो इस तापमान के अनुकूल है. 22 से 28 डिग्री सेल्सियस के बीच तापमान रहने पर ओस्टर मशरुम की खेती कर सकते है. साथ ही अगर तापमान 14 से 22 डिग्री सेल्सियस रहा तो बटन मशरुम की खेती कर सकते हैं. बाज़ार में इसकी काफी मांग भी है और लोग पसंद भी करते है.
मशरूम 250 से लेकर 300 रुपए प्रति किलो बिक जाता है. किसान अगर चाहे तो गर्मी में भी मशरुम की खेती कर सकते है जो 35 डिग्री की तापमान में भी संभव है इसके लिए मिल्की नस्ल की मशरुम की खेती करने की सलाह दी.
मशरुम की खेती में पराली का कर सकते हैं उपयोग
आरडी चौरसिया ने बताया कि फसल अवशेष को जलाने से जलवायु परिवर्तन बड़ी तेजी से हो रहा है. अगर इसके भूसे को मशरुम उगाने या फिर उसका कम्पोस्ट बनाकर उस कम्पोस्ट में बटन मशरुम की खेती करने में उपयोग करते हैं तो पर्यावरण को प्रदूषित होने से भी बचाया जा सकता है.एक किलोग्राम मशरूम को तैयार करने में लगभग 50 रुपए का खर्च आता है.
इसके तहत 15 किलोग्राम मशरूम बनाने के लिए 10 किलोग्राम गेहूं के दानों की आवश्यकता होती है. यदि आप एक बार में 10 क्विंटल मशरूम उगा लेते हैं तो आपका कुल खर्च 50 हजार रुपए आता है. इसके लिए आपको 100 वर्गफीट के एक कमरे में रैक जमानी होगी.
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FIRST PUBLISHED : October 20, 2023, 21:55 IST