भास्कर ठाकुर/सीतामढ़ी. बिहार के सीतामढ़ी जिले के कमलदह गांव के रहने वाले किसान राजेश कुमार सब्जी की खेती की वजह से चर्चा में हैं. वह दो बीघा में सब्जी की खेती कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि किसानों को पारंपरिक फसलों के वजह नगदी फसल की खेती करने पर ध्यान देना चाहिए. इससे न सिर्फ समय की बचत होगी, बल्कि किसानों को फायदा भी होगा. उन्होंने बताया कि जैविक तरीके से ही सब्जी की खेती कर रहे हैं. साथ ही जैविक खाद खुद से ही तैयार करते हैं. वहीं, प्रतिदिन लगभग दो क्विंटल सब्जी का उत्पादन हो रहा है.
किसान राजेश कुमार ने बताया कि 10 कट्ठे में परवल, 10 कट्ठे में परवल, 5 कट्ठे, 15 कट्ठे में गोभी की खेती कर रहे हैं. इसके अलावा 5 कट्ठे में मूली की खेती कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि रसायनिक खाद का प्रयोग करने पर खेतों में पानी की ज्यादा जरुरत पड़ती है. समय पर फसलों की सिंचाई न की जाए तो धूप में झुलस जाती है. उन्होंने बताया कि सब्जी की खेती के लिए खुद से मोटा और गोबर का प्रयोग कर जैविक खाद बनाते हैं. इसका उपयोग करने पर सिंचाई की कम जरूरत पड़ती है और जमीन उर्वरा शक्ति बरकरार रहता है.
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FIRST PUBLISHED : October 23, 2023, 19:40 IST