किसान चाची का अचार है लाजवाब, साइकिल से घूम- घूमकर बनाया ब्रांड… सीएम नीतीश भी हैं दीवाने

अमित कुमार/समस्तीपुर: अचार तो आपने बहुत खाया होगा, लेकिन किसान चाची का अचार बहुत खास है.  पद्मश्री से सम्मानित किसान चाची का नाम राजकुमारी देवी है, जो आज किसी परिचय की मोहताज नहीं हैं. उनके हाथों से बना अचार ही उनकी पहचान है. यही वजह है कि जहां भी उनका स्टॉल लगता है, वहां अपने आप भीड़ लगने लगती है. इनके अचार के स्वाद के दीवाने सीएम नीतीश कुमार भी हैं. मुजफ्फरपुर की रहने वाली किसान चाची के नाम से मशहूर राजकुमारी देवी 1990 से किसानी से जुड़ी हैं. वर्ष 2002 से उन्होंने अचार बनाने का काम शुरू किया. इसके बाद साइकिल से घूम-घूम कर इसको ब्रांड बना दिया.

किसान चाची ऐसे बनाती हैं अचार

पद्मश्री किसान चाची बताती हैं कि आमतौर पर लोग आम का अचार बनाते हैं. लेकिन, कुछ बातों पर ध्यान नहीं देते हैं. उन्होंने कहा कि सर्वप्रथम आम को पानी में धोना चाहिए. इसके बाद आम को दो से तीन घंटे तक ठंडवाली स्थान पर रख दिया जाता है. फिर प्रति आम को दो अलग-अलग भागों में काटा जाता है. इसके बाद आठी की परत को हटा दीजिए. नमक वाले बर्तन में 24 घंटे रखने के बाद इसे मसाले वाले घोल में रख दीजिए. फिर, मसाले के साथ तैयार हुए आचार को अलग-अलग डब्बे में पैक कर दीजिए.

किसान चाची का सफर
किसान चाची बताती हैं कि लोग सब कुछ तो सही कर लेते हैं लेकिन आम के धोने के बाद उसे धूप में रख देते हैं. इस वजह से उनका अचार काला रंग का दिखने लगता है. अगर ऐसा नहीं करेंगे तो आजा काफी अच्छा बनेगा.  लोकल 18 से खास बातचीत करते हुए अपनी संघर्ष की कहानी भी साझा की. किसान चाची मुजफ्फरपुर जिले के सरैया गांव की रहने वाली हैं. राजकुमारी देवी उर्फ किसान चाची ने बताया की 1990 की दशक में जब महिलाएं घर से बाहर कदम रखने में कतराती थीं. उस दौर में मैंने खेती करनी शुरू कर दी थी. घर की आर्थिक स्थिति ठीक न रहने के कारण अचार बनाने का काम शुरू किया. फिर इसको बेचने के लिए साइकिल सीखी. गांव-गांव घूम कर अचार को बेचा. फिर केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय द्वारा उन्हें अचार बनाने का प्रशिक्षण दिया गया. इसके बाद आधुनिक तरीके से अचार बनाकर मेले में स्टॉल लगाती हैं. जहां 6 से 7 लोगों को डेली बेस पर रोजगार भी मुहैया कराती हैं.

सीएम नीतीश भी चख चुके हैं इनके अचार का स्वाद
एक बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राजकुमारी देवी के घर अचार का स्वाद चखने के लिए पहुंचे थे. मुख्यमंत्री ने अचार का स्वाद चखते ही उनकी उम्र को देखते हुए उन्हें किसान चाची कहकर सम्मानित किया. तब से राजकुमारी देवी किसान चाची के नाम से पूरे देश में फेमस हैं.

20 अलग-अलग तरह के उपलब्ध हैं आचार

इनके यहां आम के अलग-अलग पांच तरह के अचार बनाए जाते हैं.  दूसरी ओर इमली, कटहल, अंकुर, सेब, गाजर, लाल मिर्च, हरी मिर्च, लहसुन, करेला, परवल, इमली का मीठा अचार समेत 20 अलग-अलग तरह के अचार किसान चाची बनाती हैं.

Tags: Local18, Samastipur news

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