अनुज गौतम/सागर :21वीं सदी में हर क्षेत्र में उन्नत तकनीक का इस्तेमाल होने लगा है. अब इसमें खेती भी पीछे नहीं है किसानों को समृद्ध किसान बनाने के लिए ड्रोन से यूरिया और कीटनाशक दवाओं का छिड़काव किया जा रहा हैं. ड्रोन के इस्तेमाल से सबसे पहले तो समय की भारी बचत होगी और दूसरा बहुत कम मजदूरी में आपका काम हो जाएगा. वहीं हवा में रहकर ड्रोन छिड़काव करेगा जिसकी वजह से फसलों को एक सामान युरिया या दवा मिलेगी और साथ ही मजदूर खेत में नहीं जाएंगे जिससे फसल पूरी तरह से सुरक्षित रहेगा.
बुंदेलखंड के किसान भी अब इस तकनीक में निपुण हो इसके लिए उन्हें ड्रोन का प्रदर्शन करके दिखाया जा रहा हैं. खेतों में पहुंचकर अधिकारियों के द्वारा किसानों को बताया जा रहा है कि कैसे ड्रोन का इस्तेमाल करके महज 10 से 15 मिनट में एक एकड़ जमीन पर दवाओं का छिड़काव किया जा सकता है. अभी 10 लीटर टंकी वाले ड्रोन से किसानों को इसके लाभ बताए जा रहे हैं वही जल्द ही इस ड्रोन में 40 लीटर टंकी तक के ड्रोन तैयार होंगा.
ड्रोन से 10 गुना अधिक छिड़काव होगा
किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग सागर के उप संचालक बी.एल. मालवीय ने कहा कि ड्रोन विधि से छिड़काव करने पर किसानो को कम समय में अधिक क्षेत्र में छिडकाव सुगमता से किया जा सकता है. ड्रोन का इस्तेमाल करने से एक दिन में 40 से 50 एकड़ खेती में काम किया जा सकता है वही हाथ पंप होने की वजह से किसान दिन भर में 4 से 5 एकड़ तक में ही छिड़काव कर पता है पेट्रोल वाले पंप से 15 से 20 एकड़ तक का छिड़काव होता है लेकिन ड्रोन से हाथ पंप की अपेक्षा 10 गुना अधिक छिड़काव किया जा सकता है. हालांकि यह किसानों को कब से मिलेगा इसमें कितनी सब्सिडी रहेगी कैसे परमिशन मिलेगी कौन इसको चलाएगा इसको लेकर गाइडलाइन तय की जानी है इसके बाद कृषि विभाग से यह ड्रोन किसानों को भी मिलने लगेगा वह इसे खरीद सकते हैं.
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FIRST PUBLISHED : December 26, 2023, 20:37 IST