किसने रखा था सबसे पहले करवा चौथ का व्रत?,कैसे शुरू हुई यह परंपरा, बता रहे अयोध्या के ज्योतिष

सर्वेश श्रीवास्तव/अयोध्या.सनातन धर्म में करवा चौथ का व्रत बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. इस दिन हर सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी दीर्घायु के लिए करवा चौथ का व्रत करती है. यह परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही हैं. कहा जाता है प्राचीन काल में देवियों ने भी अपने पति की लंबी दीर्घायु के लिए करवा चौथ का व्रत करती थी. इतना ही नहीं करवा चौथ व्रत को लेकर कई कथाएं भी प्रचलित है.

हिंदू पंचांग के मुताबिक हर वर्ष करवा चौथ का व्रत कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाई जाती है. इस वर्ष इस तिथि की शुरूआत 31 अक्टूबर 2023 को रात 9:30 बजे से शुरू होगी, जो 1 नवंबर 2023 को रात 9:19 बजे समाप्त होगी. हालांकि उदया तिथि की माने तो इस साल करवा चौथ का व्रत 1 नवंबर रखा जाएगा. अयोध्या के ज्योतिष पंडित कल्कि राम बताते हैं कि करवा चौथ के व्रत को लेकर कई कथाएं धार्मिक ग्रंथो में प्रचलित है.

ऐसे हुई थी इस व्रत की शुरुआत
पौराणिक कथा के मुताबिक यह व्रत सबसे पहले कहा जाता है. माता पार्वती ने भगवान शंकर के लिए रखा था इस व्रत के प्रभाव से ही उन्हें अखंड सौभाग्य की भी प्राप्ति हुई थी तभी से लेकर आज तक सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी देर का आयु के लिए यह व्रत करती है.पौराणिक कथा के मुताबिक एक बार देवता और राक्षसों के बीच में भयंकर युद्ध हो रहा था. उस दौरान देवताओं ने अपनी सारी ताकत लगा दी थी लेकिन उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा था. तब ब्रह्मदेव ने सभी देवियों को करवा चौथ का व्रत करने की सलाह दी थी. इसके बाद सभी देवियों ने अपने पति की रक्षा के लिए कार्तिक माह की चतुर्थी तिथि के दिन व्रत रखा था. जिसके प्रभाव से देवता युद्ध में विजई हुई. कहा जाता है तभी से ही करवा चौथ व्रत की परंपरा शुरू हुई.

महाभारत में भी है इसका उल्लेख
करवा चौथ के व्रत को लेकर महाभारत काल में भी जुड़ी कथाएं प्रचलित है. एक बार भगवान श्री कृष्ण ने द्रोपति से करवा चौथ के व्रत को करने के लिए कहा था. कहा जाता है जब अर्जुन नीलगिरी पर्वत पर तपस्या कर रहे थे तब पांडवों पर कई तरह के संकट आने लगे थे. इसके बाद द्रोपती ने श्री कृष्ण से मदद मांगी थी. तब भगवान श्री कृष्ण ने द्रोपती को कार्तिक माह की चतुर्थी तिथि के दिन करवा चौथ के व्रत को करने के लिए कहा था. जिसके फल स्वरुप पांडवों को संकटों से मुक्ति मिली थी.

नोट: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष के मुताबिक है न्यूज़ 18 इसकी पुष्टि नहीं करता है

Tags: Ayodhya News, Local18, Religion 18, Uttar pradesh news

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *