किचन में रखी ये 4 करामाती चीजें ब्लड शुगर की रफ्तार पर तत्काल लगाएंगे ब्रेक, डायबिटीज बढ़ने से पहले हो जाएगा फेल, सप्ताह भर में दिखेगा असर

हाइलाइट्स

स्टडी में कहा गया है कि लहसुन में एंटी-डायबेटिक गुण होता है.
दालचीनी का पानी पीने से ब्लड शुगर का पारा नहीं चढ़ता है.

Herbs that Control Diabetes: आयुर्वेद में डायबिटीज को खत्म करने वाले बहुत सारे हर्ब्स हैं. ये हर्ब्स आसानी से किचन में उपलब्ध रहते हैं. पर ये चीजें ब्लड शुगर बहुत जल्दी कंट्रोल करने लगती है. दुनिया भर में कई ऐसी रिसर्च होती है जिनमें इन हर्ब्स के करामाती गुणों के बारे में सत्यापित किया जाता है. डायबिटीज के मामले में भारत को बेहद सतर्क रहने की जरूरत है क्योंकि भारत को कैपिटल ऑफ डायबिटीज कहा जाने लगा है. डब्ल्यूएचओ के मुताबिक विश्व में करीब 42.2 करोड़ लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं. इनमें से 8 करोड़ से ज्यादा लोग भारत में हैं. आंकड़ों के मुताबिक भारत में 2045 तक 13 करोड़ से ज्यादा लोग डायबेटिक होंगे.

डायबिटीज लाइफस्टाइल से संबंधित बीमारी है. डायबिटीज का वास्तविक कारण अब तक पता नहीं चला है लेकिन माना जाता है कि जब फिजिकल एक्टिविटी में कमी आती है और गलत खान-पान होता है, तब इंसुलिन का उत्पादन कम होने लगता है. इससे शुगर का एब्जोर्ब्सन नहीं हो पाता. यह शुगर खून में जाकर शरीर के कई हिस्सों में तैरने लगती है. इस कारण किडनी, हार्ट, आंखें जैसे महत्वपूर्ण अंगों से संबंधित बीमारियां होती है.

ब्लड शुगर कंट्रोल करने वाले हर्ब्स

1.लहसुन-लहसुन में एलीसिन कंपाउड होता है जो बेहद गुणकारी है. इसी कंपाउड के कारण लहसुन कई बीमारियों में रामबाण साबित होता है. एनडीटीवी डॉक्टर की खबर के मुताबिक जर्नल ऑफ फायटोमेडिसीन में प्रकाशित एक स्टडी में कहा गया है कि लहसुन में एंटी-डायबेटिक गुण होता है. लहसुन ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है. लहसुन में ब्लड शुगर कंट्रोल करने के अलावा ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने का भी गुण होता है. लहसुन एंटी-इंफ्लामेटरी भी होता है जो जोड़ों के दर्द से राहत दिलाता है.

2. हल्दी-हल्दी आयुर्वेद में बेहद गुणकारी है. इसमें कई तरह के कंपाउड होते हैं जो कई बीमारियों में फायदा पहुंचाते हैं. कंपलीमेंटरी एंड अल्टरनेटिव मेडिसीन जर्नल के मुताबिक हल्दी एंटी-डायबेटिक भी है जो खून में शुगर की मात्रा को बैलेंस करती है. हल्दी में मौजूद करक्यूमिन कंपाउड खून में ग्लूकोज की मात्रा को कम करता है. हल्दी एंटी-इंफ्लामेटरी भी है जिसके कारण डायबिटीज होने के बाद सूजन से संबंधित जो परेशानियां होती हैं, उसे कम करती है. आयुर्वेद के मुताबिक दूध में हल्दी मिलाकर पीने से ब्लड शुगर का स्तर बहुत कंट्रोल रहता है.

3.लौंग- लौंग एंटीसेप्टिक ओर एंटीबैक्टीरियल के साथ जर्मेसाइड भी होता है. इसके साथ ही लौंग एंटी-इंफ्लामेटरी, एनालेसिक भी होता है. एक स्टडी के मुताबिक लौंग इंसुलिन के प्रोडक्शन को सक्रिय करता है. लौंग में मौजूद कंपाउड आंत की लाइनिंग को स्मूथ करता है जो अप्रत्यक्ष तरीके से इंसुलिन को सक्रिय करने में मदद करता है. इस तरह लौंग ब्लड शुगर को बहुत कम कर देता है.

4. दालचीनी-आयुर्वेद में कहा गया है कि दालचीनी का पानी पीने से ब्लड शुगर का पारा नहीं चढ़ता है. यानी दालचीनी भी एंटी-डायबेटिक है जिसमें शुगर कंट्रोल करने की क्षमता है. दालचीनी में कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो इंसुलिन के उत्पादन को बढ़ाने में मदद करते हैं. इंटरनेशनल जर्नल ऑफ मॉल्यूकुलर साइंस में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक दालचीनी में इंसुलिन सेंसिटिविटी बढ़ाने की क्षमता होती है. दालचीनी की चाय या दालचीनी का पानी पीने से ब्लड शुगर डाउन हो जाता है.

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Tags: Diabetes, Health, Health tips, Lifestyle

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