अभिषेक जायसवाल/वाराणसी : राम नगरी अयोध्या के बाद अब महादेव की नगरी काशी को भी मांस मदिरा मुक्त क्षेत्र बनाने की पहल शुरू हो गई है. गुरुवार को वाराणसी नगर निगम के बैठक में इस पर सहमति बनी है . काशी विश्वनाथ मंदिर के 2 किलोमीटर की क्षेत्र में मांस और शराब की दुकान बंद करने और इसके सेवन पर रोक लगाने के प्रस्ताव पर मिनी सदन ने अपनी मुहर लगाई है. मिनी सदन में यह प्रस्ताव पास होने के बाद अब इसे लागू करने के लिए शासन के पास भेजा गया है.
गौरतलब है कि इसके पहले विश्वनाथ मंदिर के 1 किलोमीटर की परिधि में मांस और मदिरा की बिक्री प्रतिबंधित थी जिसे अब बढ़ाया गया है. आदि विशेश्वर वार्ड के पार्षद इंद्रेश सिंह ने यह प्रस्ताव सदन की बैठक में रखा था. जिसपर महापौर अशोक तिवारी समेत सभी पार्षदों ने अपनी सहमति जताई.
दो साल से जारी था प्रयास
दरअसल,वाराणसी में बीते दो सालों से आगमन संस्था और ब्रह्म सेना काशी के पंचकोशी क्षेत्र में शराब और मांस की दुकानों को बंद करने के लिए जन आंदोलन कर रही है और इसके साथ ही जागरूकता अभियान भी चला रही है. ऐसे में निगम के इस प्रस्ताव पर मुहर के बाद अब इसकी राह भी आसान होती दिख रही है.
संस्था ने किया धन्यवाद
आगमन संस्था के डॉ संतोष ओझा ने बताया कि नगर निगम के बैठक में इस प्रस्ताव पर मुहर लगाया है. इसके लिए वाराणसी के महापौर से लेकर सभी दल के पार्षद जनों का संस्था तहे दिल से आभार व्यक्त करती है.
पूरे पंचकोशी क्षेत्र में लगे प्रतिबंध
काशी अति प्राचीन शहर है और सप्तपुरियों में इसका खासा महत्व भी है. धार्मिक दृष्टि से देखा जाए तो यह शहर महादेव के त्रिशूल पर बसा है. ऐसे में सिर्फ काशी विश्वनाथ मंदिर के दो किलोमीटर का दायरा नहीं बल्कि पूरे काशी के पंचकोशी क्षेत्र में शराब और मांस की बिक्री पर रोक लगानी चाहिए.
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FIRST PUBLISHED : January 18, 2024, 22:11 IST