दुर्गेश सिंह राजपूत / नर्मदापुरम. इस वर्ष 29 अक्टूबर से कार्तिक मास की शुरुआत हो चुकी है. यह महीना भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी को बहुत ही प्रिय है. ज्योतिषाचार्य के अनुसार कार्तिक मास में तुलसी की पूजा का भी विशेष महत्व है. कार्तिक मास में तुलसी का विधि-विधान से पूजन करने से धन-धान्य की प्राप्ति होती है. इसके साथ ही सभी मनोकामनाएं भी पूर्ण होती हैं. इसके साथ ही कार्तिक मास में तुलसी विवाह करने से कुंवारी कन्याओं को सुयोग्य वर तो मिलता ही है एवं कुंवारे वर को सुयोग्य कन्या भी मिलती है.
पं अविनाश मिश्रा ने कहा कि कार्तिक महीने की शुरुआत 29 अक्टूबर हुई है. कार्तिक मास 27 नवंबर तक रहेगी. मान्यता के अनुसार कार्तिक महीने में भगवान विष्णु एवं माता माता लक्ष्मी के साथ तुलसी जी की पूजा करने से धनवर्षा होती है. साथ ही अगर कोई आर्थिक परेशानी का सामना कर रहा है तो तुलसी माता की विधि विधान से पूजा करने से आर्थिक तंगी दूर होगी. सालिग्राम और माता तुलसी का विवाह कराएं, कार्तिक महीने में प्रतिदिन सुबह शाम विधि-विधान से तुलसी के पास दीपक जलाकर रखें. ऐसा करने से भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी प्रसन्न होंगे. कार्तिक के महीने में ही भगवान शालिग्राम और माता तुलसी का विवाह का कराया जाता है.
तुलसी और शालिग्राम भगवान का विवाह
ज्योतिषाचार्य के अनुसार बताया गया कि जिस परिवार के पुत्र एवं पुत्री का विवाह लंबे समय से नहीं हो पा रहा है. इन परिवारों को विधि-विधान से इस कार्तिक मास में तुलसी और शालिग्राम भगवान का विवाह करने से पुत्र एवं पुत्री का विवाह जल्दी हो जाता है. कन्या को सुयोग्य वर मिलता है तो वहीं, लड़के को अच्छी कन्या मिलती है.
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FIRST PUBLISHED : November 1, 2023, 13:28 IST