कारोबारी और आम आदमी के लिए बड़ी खबर, अब घर पर पाएं आगरा में बना अपना फेवरेट जूता

नई दिल्ली. देश ही नहीं दुनियाभर में आगरा का पेठा (Petha) और जूता खासा पसंद किया जाता है. हर साल आगरा (Agra) से 8-10 हज़ार करोड़ रुपये का जूता बिक जाता है. देशभर में भी करीब 70 फीसद जूता आगरा का पहना जाता है. इसी के चलते अब आगरा के जूता कारोबार को नया बाज़ार दिया गया है. इस बाज़ार में आप घर और दुकान पर ही बैठे-बैठे होलसेल और रिटेल में जूता खरीद सकते हैं. इसके लिए पीएम नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) के लोकल पर वोकल के मंत्र को अपनाते हुए सेंट्रल फुटवियर ट्रेनिंग सेंटर (CFTI) और एमएसएमई (MSME) ने ऑनलाइन जूता बाज़ार तैयार किया है. यहां एक दुकान रिटेल की है तो दूसरी होलसेल की.

यहां मिलेगा अच्छा और सस्ता जूता-एमएसएमई के एके शाही ने बताया कि पहले से ही आगरा का जूता कारोबार कई तरह की परेशानियों से जूझ रहा था. उस पर कोरोना और लॉकडाउन के चलते भी कई और तरह की परेशानियां आ गईं. ट्रांसपोर्ट के चलते रिटेल और होलसेलर दोनों ही आपसे में मिल नहीं पा रहे हैं. जिसके चलते ऑनलाइन बाज़ार शुरु किया गया है. सबसे पहले रिटेल का पोर्टल शुरु कर दिया गया है. emarket.Cftiagra.org.in पोर्टल पर एक जोड़ी जूता भी खरीदा जा सकता है. खरीदे हुआ जूता पसंद नहीं आने पर 7 दिन में उसे बदलने की सुविधा भी होगी.

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छोटे-बड़े 10 हज़ार कारखाने हैं जूते के-आगरा में जूते के करीब 10 हज़ार छोटे-बड़े कारखाने हैं. जानकारों की मानें तो देश के 65 से 70 फीसद लोग आगरा का बना जूता पहनते हैं. आगरा में एक्सपोर्ट को भी मिलाकर हर रोज़ 5 लाख जोड़ी जूता तैयार होता है.

करीब 4 हज़ार करोड़ रुपये का जूता सालाना एक्सपोर्ट होता है. लेकिन इस ऑनलाइन बाज़ार में सिर्फ घरेलू जूता बेचने वालों को ही मौका मिलेगा. एक या दो जोड़ी जूते का ऑर्डर मिलने पर उसे भारतीय पोस्टल सर्विस से भेजा जाएगा. पसंद न आने पर उसी से वापिस भी किया जा सकेगा.

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