सिमरनजीत सिंह/शाहजहांपुर: कहते हैं शिद्दत और लगन से किया हुआ काम आपको सफलता जरूर दिलाता है और अगर सिर पर भगवान का हाथ हो तो आपके बढ़ते कदमों को कोई रोक ही नहीं सकता. उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में कान्हा की एक ऐसी दीवानी है जिसने आस्था के तौर पर कान्हा की पोशाक बनाना शुरू किया, जिसे अब उसने व्यवसाय में तब्दील कर लिया है.
हैरान करने करने वाली बात तो ये है कि कान्हा की इस दीवानी के हाथों से बनाई हुई पोशाकें अब देश के कोने-कोने तक जा रही हैं. दरअसल शाहजहांपुर जिले में स्थिर आवास विकास इलाके की रहने वाली ज्योति सक्सेना ने पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई के बाद आज से 4 साल पहले कान्हा जी की पोशाक बनानी शुरू की थी और अब वह अपने हाथों से बनाई हुई पोशाक को ऑनलाइन बिक्री करती हैं.
आस्था के तौर पर शुरू किया था काम
LOCAL 18 से बात करते हुए ज्योति सक्सेना बताती हैं कि साल 2019 में पहली बार कान्हा जी के लिए पोशाक बनाई थीं. ज्योति ने बताया कि वह अपने कान्हा जी के लिए पहले बाजार से पोशाक खरीदती थीं, फिर सोचा क्यों ना अपने हाथों से ही पोशाक बनाकर कान्हा जी को पहनाई जाए. ज्योति सक्सेना कहती हैं कि जब उन्होंने अपने कान्हा जी के लिए पहली बार पोशाक बनाई, उसको बेहद ही पसंद किया गया और कई लोगों ने उनको और पोशाक बनाने का ऑर्डर दे दिया.
ऑर्डर पर बनाई हुई पोशाक बनाई पोशाक बेहद ही पसंद की गईं. इशके बाद ज्योति ने इस काम को और आगे बढ़ा दिया. पोशाक का आर्डर ज्यादा मिलने के बाद ज्योति ने काम को और बढ़ाने के लिए जिला उद्योग केंद्र से लोन ले लिया. ज्योति ने 1 लाख 90 हजार रुपए का लोन लेकर अपना खुद का छोटा सा काम शुरू कर दिया.
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ऑनलाइन होती है पोशाकों की बिक्री
ज्योति सक्सेना बताती हैं कि उन्होंने सबसे पहले कान्हा जी की पोशाक बनाना ही शुरू किया था, लेकिन अब ऑर्डर मिलने पर और भगवान की पोशाक भी वह तैयार कर दे देती हैं. इतना ही नहीं अपने हाथों से कान्हा जी की पोशाक तैयार करती हैं और उनको बचने के लिए ई-कॉमर्स प्लेटफार्म पर डिस्प्ले करती हैं. यहां उन्हें देश के कोने-कोने से आर्डर मिलते हैं और बाद वह आर्डर पैक कर भेज देती हैं.
200 से लेकर 2500 तक की बनाती हैं पोशाक
ज्योति सक्सेना के पास 200 से लेकर 2500 रूपए तक की पोशाक उपलब्ध हैं. ज्योति कहती हैं कि ग्राहक अपनी पसंद के हिसाब से पोशाक खरीदते और उनके हाथ से तैयार की हुई पोशाक लोगों को बेहद पसंद आती हैं. ज्योति को पोशाक के इस काम से महीने में 8 से 10 हजार रुपए तक की आमदनी हो जाती है.
ज्योति का कहना है कि वह अपने हाथों से बनाई हुई कान्हा जी की पोशाक को दूसरे देशों में भी सप्लाई करना चाहती हैं और वह अब नोएडा में हो रहे ट्रेड शो में हिस्सा लेने भी जा रही हैं. ज्योति सक्सेना कान्हा जी की इतनी दीवानी है कि वह कान्हा जी को हमेशा अपने साथ रखती हैं. ज्योति पोशाक बनाते समय भी कान्हा जी को अपने पास ही बैठा लेती हैं, ज्योति का कहना है कि यह सब कान्हा जी के ही आशीर्वाद से संभव हो पाया है, इसलिए वो अपनी सफलता का श्रेय कान्हा जी को ही देती हैं.
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FIRST PUBLISHED : September 20, 2023, 15:10 IST