रुपांशु चौधरी/हजारीबाग.करवा चौथ आने में बस कुछ ही दिन शेष बचे हैं. इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं, तो वहीं पति भी कोशिश करते हैं कि पत्नी को कहीं बाहर घुमाने के लिए ले जाएं. जहां जाकर दोनो सुकून के पल साथ में बीता सकें. अगर आप भी अपनी पत्नी को ऐसा कुछ सरप्राइज देने का प्लान कर रहे हैं तो आ जाइए हजारीबाग के कनहरी पहाड़ में, जिसके नजारे देख आप शिमला मनाली जाना भूल जायेंगे. यही कारण था कि यह पहाड कवि गुरु रवींद्र नाथ टैगोर व फणीश्वर नाथ रेणु की कविता और कहानियों के सृजन का केंद्र रही है.
तीन ओर जंगल और एक तरफ शहर से घिरा कनहरी पहाड़ हजारीबाग शहर का सबसे बेहतरीन व्यू प्वाइंट है. पहाड़ की ऊंचाई से आप शहर के हर अधिकांश हिस्से को देख सकते है. साथ ही जंगल की मनोरम वादी आपका मन मोह लेगी. यहीं कारण है शहर के ये सबसे मशहूर पर्यटन केंद्र का हिस्सा है. यहां रोजाना लगभग सैकड़ों लोग इस पहाड़ पर घूमने आते है. पहाड़ पहाड़ी की ऊंचाई करीब 100.30 सौ मीटर है. पहाड़ी की शहर के लिए उपयोगिता और भविष्य को देखते हुए 1965 में तत्कालीन मुख्यमंत्री केबी सहाय ने पहाड़ी पर पहुंचने के लिए सीढ़ी और पहाड़ पर बैठकर बादलों से अठखेलियां करने के लिए मीनार भी बनवाई थी. जहां से आप शुकून से बैठकर शहर और जंगल को देख सकते है.
ठंडी हवा महसूस कर भूल जायेंगे शिमला मनाली
पहाड़ में लगभग 601सीढियां है. उपर मीनारों में साल भर ठंडी हवा बहती रहती है. जहां जाकर शिमला मनाली को भूल जाओगे, यहां आए पर्यटक राजू सिंह बताते है कि यह पहाड़ फैमिली के साथ समय बिताने के लिए सबसे उपयुक्त जगह है. बहुत लोग जो कम पैसे होने के कारण शिमला मनाली नही जा पाते है. वो यहां आकर अपना समय बिता सकते है. पहाड़ के उपर एक रिजॉट भी है. साथ ही पहाड़ के नीचे कई रेस्टोरेंट और होटल्स भी है.
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FIRST PUBLISHED : October 28, 2023, 14:00 IST