अमित कुमार/ समस्तीपुर. ठंड के बीच सब्जी की खेती का भी सीजन शुरू होने वाला है. ऐसे में जो किसान भिंडी की खेती करना चाहते हैं तो उनके लिए यह खबर अहम है. केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के वैज्ञानिक डॉ.आर.के तिवारी बताते हैं कि फरवरी माह के प्रथम सप्ताह में ही भिंडी की बुआई किसानों को कर लेनी चाहिए.फरवरी माह के प्रथम सप्ताह भिंडी की रोपाई के लिए उत्तम समय माना जाता है. इस समय भिंडी की रोपाई करने के बाद फसलों की उपज अधिक होने की संभावना बनी रहती है. इसके साथ ही उन्होंने भिंडी की कई उत्तम प्रजाती भी बताई, जिसको लगाकर किसान बेहतर उत्पादन कर सकते हैं.
डॉ.राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक डॉ.आर के तिवारी ने बताया कि बिहार के किसान गर्मी और बरसात के सीजन में भिंडी की फसल को लगाते हैं. गरमा यानी भिंडी के खेती फरवरी और मार्च के सीजन में भी जा सकती है. हालांकि उन्होंने कहा कि भिंडी से अच्छा उत्पादन प्राप्त करने के लिए गर्म मौसम ही ज्यादा बेहतर होता है. उन्होंने ने कहा कि बिहार के किसान पूसा भिंडी 5, काशी लालिमा,अर्का,अनामिका आदि जैसी प्रजातियों के भिंडी को लगाकर बेहतर से बेहतर उत्पादन प्राप्त करते है.अभी हाल ही में विकसित हुई भिंडी की प्रजाति पूसा भिंडी 5 काफी बेहतर प्रजाति हैं. इसमें दो, तीन या इससे भी अधिक कल्ले निकलते हैं.
अब भिंडी तोड़ने के लिए मशीन भी विकसित
कृषि वैज्ञानिक सह हेड डॉ.आर के तिवारीकी सलाह मानें तो किसानों को फरवरी व मार्च के महीने में अगाती भिंडी की खेती करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर किसान इसके लिए वैज्ञानिक तकनीक को अपनाते है तो बेहतर उत्पादन के साथ मुनाफा होगा.
उन्होंने कहा कि भिंडी उत्पादक किसानों को पहले भिंडी तोड़ने में हाथ नोचने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता था, लेकिन विवि के द्वारा बेहद कम कीमत में भिंडी तोड़ने वाली छोटी मशीन विकसित होने के बाद किसानों की यह समस्या भी अब दूर हो गई है. उन्होंने कहा कि भिंडी की सब्जी का सेवन स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से भीकाफी लाभकारी माना जाता है. भिंडी में विटामिन बी, विटामिन ए, विटामिन सी, प्रोटीन कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, फास्फोरस जैसे अनेकों गुणकारी तत्व पाए जाते हैं.
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FIRST PUBLISHED : January 25, 2024, 13:50 IST