राजकुमार सिंह/वैशाली. जिले के किसान अब पारंपरिक फसलों की खेती करने के बजाए सब्जी की खेती में ज्यादा दिलचस्पी ले रहे हैं. इससे किसानों की इनकम बढ़ गई है. खास बात यह है कि वैशाली जिले में किसान बड़े स्तर पर सब्जियों की खेती कर रहे हैं. जिले में आपको सैंकड़ों ऐसे किसान मिल जाएंगे, जो पहले धान-गेहूं जैसे पारंपरिक फसलों की खेती करते थे. लेकिन अब सब्जी उगाकर साल में लाखों रुपए की कमाई कर रहे हैं.
दो एकड़ में करते हैं सेम की खेती
आज हम आपको एक ऐसे किसान के बारे में बताएंगे जो हरा सेम की खेती कर लागों के सामने मिसाल पेश कर रहे हैं. अब इनसे दूसरे किसान भी सेम की खेती की बारीकी सीख रहे हैं. दरअसल, शशि कुमार सिंह वैशाली जिले के लालगंज प्रखंड के मलंग गांव के रहने वाले हैं. शशि ये दो साल से हरा सेम की खेती कर रहे हैं. चार माह की खेती में उन्हें 3 लाख रुपए तक का मुनाफा हो जाता है. इस बार भी उन्होंने 2 एकड़ जमीन में हरा सेम की खेती की है. जिसमें फलन शुरू है.
अक्टूबर से शुरू हो जाता है फलन
किसान शशि कुमार सिंह बताते हैं कि वे पहले गेहूं और आलू – गोभी की खेती करते थे. इसमें मुनाफा बहुत कम होता था. जबकि लागत ज्यादा लगता था. इस कारण से उन्होंने हरा सेम की खेती शुरू की है. इसकी खेती में लागत कम और मुनाफा ज्यादा होता है. वे बताते हैं कि चार महीने की खेती है. अक्टूबर से सेम का फलन शुरू हो जाता है. शशि बताते हैं कि शुरुआत में एक क्विंटल हरा सेम मंडी में 6000 हजार रूपए में बिक रहा था. हालांकि अभी आवक ज्यादा होने के कारण 2600 रुपए क्विंटल का रेट मिल रहा है. कम लागत में अच्छा मुनाफा हो रहा है.
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FIRST PUBLISHED : November 26, 2023, 10:22 IST