विशाल भटनागर/मेरठ:शीशम के पेड़ की लकड़ी से बने फर्नीचर को काफी अच्छा माना जाता है. विभिन्न प्रकार की खिड़कियां. दरवाजों में भी इसकी लकड़ी का उपयोग किया जाता. यही कारण है कि इसकी काफी डिमांड भी देखने को मिलती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि आयुर्वेदिक पद्धति में भी शीशम के पेड़ को काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. दरअसल इसकी पत्तियां, छाल विभिन्न प्रकार की बीमारियों को दूर करने में सहायक मानी जाती है.
आरजीपीजी कॉलेज की बॉटनी डिपार्टमेंट की शिक्षिका डॉ. अनुपमा सिंह ने लोकल-18 से बातचीत करते हुए बताया कि शीशम के पेड़ की छाल और पत्तियां काफी फायदेमंद है. अगर किसी भी व्यक्ति के पेट में जलन से संबंधित कोई भी समस्या हो रही है. तो 3 से 4 महीने पुरानी इसकी पत्तियों के रस का उपयोग करें, तो उसके पेट से जलन संबंधित समस्या ठीक हो जाएगी. इतना ही नहीं वह बताती है कि अगर किसी भी व्यक्ति के आंख में कोई भी दिक्कत है, तो इन पत्तियों के रस को निकालकर आखों में भी उपयोग किया जा सकता है.
इन बीमारियों में मिलता है फायदा
प्रोफेसर अनुपमा सिंह के अनुसार पाचन क्रिया, डायरिया, पाइल्स, हैजा, दस्त सहित कई बीमारियों में इसकी पत्तियों का उपयोग कर सकते हैं. इतना ही नहीं इन पत्तियों को सुखाकर भी आप इनका उपयोग कर सकते हैं. आप इसको एक पाउडर के रूप में बना सकते हैं. जिसके बाद चूर्ण के तौर पर आप इसका उपयोग कर सकते हैं. वहीं दूसरी ओर तनाव में अगर आप शीशम के तेल से अपनी सिर की मालिश करें. तो उसमें भी काफी राहत मिलेगी.
.
Tags: Health benefit, Hindi news, Local18
FIRST PUBLISHED : March 3, 2024, 08:38 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.