कमाल का फायदेमंद है यह पौधा, पेट संबंधी बीमारियों को तो जड़ से कर देता है खत्म

सनन्दन उपाध्याय/बलिया: स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, आप कितने स्वस्थ है, यह जानने का सबसे आसान तरीका है कि आपका पेट कितना ठीक रहता है? वर्तमान जीवनशैली, खानपान में हो रहा बदलाव और खानपान में शामिल होती मिलावट पेट जनित समस्या की जड़ है. अगर आप या आपके आसपास कोई व्यक्ति पेट की समस्या से पीड़ित है, तो आर्युवेदिक उपाय की मदद से इससे निजात पा सकते हैं. जिले के मझौली में स्थित शान्ति आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज एंड हॉस्पिटल के परिसर में ही अश्वगोल नामक औषधि का उत्पादन किया जाता है जो पेट के मर्ज लिए रामबाण होता हैं.

यहांमरीजों को निःशुल्क उपचार दिया जाता है. अश्वगोला जिसे आमतौर पर इसबगोल के नाम से भी जाना जाता है. यह एक आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है. यह पेट के तमाम समस्या के समाधान के लिए प्रयोग किया जाता है. डॉ. एस पी तिवारी बताते हैं कि यह एक महत्वपूर्ण औषधि है जो पेट के लिए काफी लाभदायक होती है. यह अश्वगोल नामक औषधि है जिसे इसबगोल के नाम से भी जाना जाता है. यह स्वाद में मीठा और तासीर में ठंडी होती है. इस औषधि में विभिन्न महत्वपूर्ण घटक भी शामिल होते हैं.

ये है इस खास औषधि का प्रयोग और कमाल

यह औषधि लगभग तुलसी के पौधे के समान होती है. इसके मंजरी में खास भुस पाए जाते हैं. जिसे पेट के तमाम समस्याओं को दूर करने हेतु प्रयोग किया जाता है. इसके अलावा भी कई गंभीर बीमारियों के लिए इसका प्रयोग किया जाता है. एक से दो चम्मच पिसा हुआ अश्वगोल दिन में दो बार पानी के साथ लिया जा सकता है. इसके बीजों को पर्याप्त पानी में भिगोकर उसमें एक चम्मच चीनी मिलाकर दिन में दो बार पीने से विबंध (कब्ज) में विशेष लाभ मिलता है. बीजों को पानी में उबालकर भी बीच-बीच में लिया जा सकता है.

मरीज को किया जाता है नि:शुल्क वितरण

डॉक्टर एस पी तिवारी ने कहा कि जो मरीज पेट की समस्या से परेशान रहता है उसे यह औषधि नि:शुल्क दी जाती है. ताकि लोग आयुर्वेद पद्धति के महत्व को जाने और इसके प्रति जागरूक हो. चुकी यह पद्धति किसी भी रोग को जड़ से खत्म करने में मददगार सिद्ध होती है. सरकार के द्वारा भी आयुर्वेद को बढ़ावा देने का प्रयास किया जा रहा है. हर घर आयुर्वेदा हर दिन आयुर्वेदा की के अनुसार हम लोग भी सरकार के मुहिम को सफल बनाने हेतु प्रयास कर रहे हैं. ताकि हर लोग आयुर्वेद पद्धति के महत्व से परिचित हो सकें. नि:संकोच रुप से जब इसका लाभ लोगों को मिलेगा तो जरूर इस पद्धति से लोग जुड़ने का प्रयास करेंगे.

Tags: Health benefit, Health News, Hindi news, Local18

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *