कमाल का पौधा, 70 दिन में फसल होती है तैयार, फिर 2000 रुपए लीटर बिकता है तेल

रिपोर्ट – विक्रम कुमार झा

पूर्णिया. परंपरागत खेती में कम होते मुनाफे ने इसके प्रति किसानों में रुझान कम कर दी है. इसलिए कई किसान अब नई तरह की खेती का प्रयोग करने लगे हैं. इसमें से एक हैं पूर्णिया के किसान जितेंद्र कुशवाहा, जो मेडिसिनल प्लांट की खेती करते हैं. जिला मुख्यालय से महज 35 किलोमीटर दूर जलालगढ़ के दनसार गांव में जितेंद्र तुलसी के अलग-अलग प्रकार के पौधों की वृहद पैमाने पर खेती करते हैं. डेढ़ एकड़ में वह तुलसी की खेती करते हैं, जिसमें पांच तरह की तुलसी का उत्पादन होता है. इनमें लौंग तुलसी, बबुई तुलसी, राम तुलसी, श्यामा तुलसी और वन तुलसी शामिल है. यह महज 70 दिनों में तैयार हो जाता है और मुनाफा भी अच्छा होता है.

किसान जितेंद्र कुशवाहा ने कहा कि इन तुलसी के पत्तों से जो तेल निकलता है, वह सौंदर्य प्रसाधन बनाने सहित अन्य उत्पादों के निर्माण में काम आता है. यह तेल काफी फायदेमंद होता है. तुलसी के पत्ते से निकलने वाले इस तेल की कीमत कम से कम ₹1000 प्रति लीटर और अधिकतम 2 हजार लीटर तक होती है. जितेंद्र कहते हैं कि किसानों के लिए तुलसी की खेती काफी फायदेमंद फसल है. यह महज 70 दिनों में तैयार हो जाती है, साथ ही इसकी खेती का लागत भी कम है.

किसान करें तुलसी की खेती, होगा मुनाफा
जितेंद्र ने बताया कि अगर कोई किसान तुलसी की खेती करना चाहता है, तो बबुई तुलसी की बीज लखनऊ के सीड्स सदन संस्थान से मंगा सकते हैं. स्थानीय स्तर पर मुझसे भी संपर्क कर सकते हैं. उन्होंने कहा तेल बेचने के लिए भी आपको कहीं जाना नहीं होगा. कई सारे खरीदार मिल जाएंगे. साथ ही यहां के किसान ही तेल खरीद लेंगे. उन्होंने बताया कि बबुई या अन्य तुलसी का स्वाद एक ही तरह का होता है. लेकिन किसी-किसी में तीक्ष्ण खुशबू आती है. किसी में कम खुशबू आती है. लौंग तुलसी में खुशबू आती है. वन तुलसी जंगलों में पाया जाता है. उसमें ज्यादा अच्छी खुशबू होती है. श्यामा तुलसी, राम तुलसी में खुशबू नहीं है और तेल का कंटेंट कम है. इसलिए किसान को खेती के लिए बबुई की तुलसी ही लगाना चाहिए.

एक एकड़ में मात्र इतनी लागत, देगा लाभ
किसान जितेंद्र ने बताया कि अभी का समय तुलसी की खेती के लिए उत्तम है. आने वाले 2 महीने बाद भी रहेगा. ऐसे में किसान अपने खाली खेतों में महज 70 दिनों तुलसी की खेती कर मुनाफा कमा सकते हैं. तुलसी की खेती से कम से कम 5 से 10 हजार रुपया प्रति एकड़ मुनाफा हो जाता है. बीज में लागत 3 से ₹4000 है. इससे 20 से 30 किलो प्रति एकड़ तेल निकलेगा.

Tags: Agriculture, Local18, Purnia news

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