कमाल का आइडिया…अब कचरे से बनेगा स्मार्ट विलेज, देखिए इस छात्र का प्रोजेक्ट

विक्रम कुमार झा/पूर्णिया : प्रतिभा परिस्थिति की मोहताज नहीं होती है. यह महल या झोपड़ी कहीं भी दिख सकती है. आज एक ऐसी ही प्रतिभा से आपको मिलाने जा रहें हैं. पूर्णिया के इस सरकारी विद्यालय में पढ़ रहे 8वीं कक्षा के छात्र ने कचरे और बेकार सामान से 15 दिनों की कड़ी मेहनत से स्मार्ट विलेज का प्रोजेक्ट बनाया है. पूर्णिया उफरेल मध्य विद्यालय के आठवीं कक्षा के छात्र आर्यन ने बताया कि शहर में बढ़ रहे प्रदूषण से परेशान होकर लोग अबशहर छोड़कर अब गांव की तरफ रुख कर रहे हैं. उन्होंने कहा आने वाले समय में गांव को प्रदूषण मुक्त कैसे बनाया जाय. इसके लिए उन्होंने यह प्रयास किया.

प्रदूषण मुक्त कैसे बने, इसके लिए करेंगे प्रयास
आठवीं कक्षा के छात्र आर्यन कहते हैं कि उन्हें अपने ही सरकारी विद्यालय में आए कुछ सामान के पैकिंग के साथ कार्डबोर्ड, थर्माकोल, और स्टिक सहित अन्य कई बेकार की पड़ी चीजउपयोग करने के बाद उन्हें कूड़े के ढेर में फेंक दिया गया था .जिसके बाद उन्होंने स्कूल के प्रधानाध्यापिका से पूछ कर उन्होंने उस बेकार पड़े चीजों को इस्तेमाल करने को सोचा और अपने प्रधानाध्यापिका के सहयोग से उन चीजों को लेकर वह विद्यालय के पठन-पाठन के दौरान जब उनका लंच समय होता था.

तब वह स्मार्ट विलेज प्रोजेक्ट बनाने में लग जाता था. हालांकि उन्होंने कहा कि वह कड़ी मेहनत और घंटों मशक्कत करके स्मार्ट विलेज का प्रोजेक्ट बनाया. आने वाले दिनों में इसी तरह का अगर स्मार्ट विलेज को अभी से डेवलप किया जाए, तो निश्चित तौर पर प्रदूषण से हम लोगों को निजात मिल पाएगी.

स्मार्ट विलेज में इन चीजों को दर्शाया
आर्यन कहते हैं उन्होंने अपने इस स्मार्ट विलेज के प्रोडक्ट में नदियां, तालाब, सड़क, पेड़- पौधे हरियाली एवं बिजली बचत करने के लिए सोलर स्ट्रीट लाइट सहित फसलों में पानी पटाने के लिए वॉटर ड्रिपिंग सहित अन्य चीजों का को दर्शाया है. साथ-साथ वह कहते हैं कि स्मार्ट विलेज में इन सब चीजों के अलावा वह स्मार्ट इलेक्ट्रिक व्हीकल का कार को दिखाया है, जिससे आने वाले समय में इलेक्ट्रिक व्हीकल को बढ़ावा मिले और पेट्रोल और डीजल से चलने वाली धुआं गाड़ी से प्रदूषण कम हो सके.

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इन सब चीजों को संग्रह कर उन्होंने इस स्मार्ट विलेज के प्रोजेक्ट को बनाया है. हालांकि उन्होंने कहा इस स्मार्ट विलेज प्रोजेक्ट को अभी पूरा रूप दे दिया गया है, लेकिन वह अभी भी इनमें कई चीजों को और ऐड करेंगे जिसकी पूरी तरह तैयारी कर रहे हैं.

बच्चों को प्रतिभावान बनाने के लिए करते सहयोग
पूर्णिया उफरैल मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापिका अर्चना कहती हैं उनके इस विद्यालय में पढ़ने वाले सभी छात्र-छात्राओं को विद्यालय शिक्षक शिक्षिकाओं के द्वारा पूरी तरह मदद किया जाता है. साथ ही साथ वह लोग इच्छुक छात्र-छात्राओं को पूरा सहयोग करते हैं. साथ ही साथ वह कहते हैं शिक्षित बनाने के साथ-साथ हुनर मंद बनाने के लिए भी उन्हें कई तरह के कला संगीत अन्य के चीजों का समय-समय पर प्रशिक्षण दिया करते हैं. जिससे आने वाले समय में सरकारी विद्यालय के बच्चों पूरा देश में नाम रोशन कर सकें.

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