कभी दुकान में थे मजदूर, आज फैक्ट्री के हैं मालिक, बनाया खुद का ब्रांड

कुंदन कुमार/गया. कहते हैं न, रिस्क है तो सक्सेस है. इस युवा ने इसको सच कर दिखाया है. कभी मामा के दोस्त की दुकान में मजदूरी करते थे. वहां पर केक बेचा करते थे. वहीं से खुद की फैक्ट्री खोलने का आइडिया आया. इसके बाद बैंक से लोन लेकर खुद की फैक्ट्री डाल दी. आज पूरे गया जिले में केक सप्लाई करते हैं. यह कहानी है गया के बिट्टू की. जिन्होंने खुद के पैर पर खड़ा होने का रिस्क लिया. आज महीने में 3 लाख की सेलिंग है. सारा खर्च काटकर 50 हजार की बचत हो जाती है. गया शहर के अनुग्रह मेमोरियल कॉलेज के पास बर्थडे शॉप है. घर के पास इन्होंने केक की फैक्ट्री लगाई हुई है.

बिट्टू ने बताया कि मेरी फैक्ट्री में तैयार केक गया जिले के विभिन्न प्रखंड क्षेत्र में जाता है. यहां मुख्य रूप से पेस्ट्री, डार्क चाकलेट, ब्लैक फोरेस्ट, रेड वेलवेट वैरायटी के केक तैयार होते हैं. जिसकी कीमत 300 रुपये पौंड है. जबकि थोक भाव में 200 रुपये पौंड है. 2012 से पहले बिट्टू दूसरे के दुकान में रहकर केक बेचते थे. बाद में इन्होंने किराये के मकान में अपनी दुकान खोल ली. बाहर से केक लाकर बेचते थे, लेकिन इसमें उन्हें अधिक फायदा नहीं होता था. जिस कारण इन्होंने खुद से केक तैयार करने की सोची. इसके लिए बैंक से लोन लेकर इन्होंने एक फैक्ट्री लगाई और बड़े पैमाने पर केक का निर्माण कर रहे हैं.

लोगों को दिया रोजगार

बिट्टू ने बताया कि फैक्ट्री से तैयार केक गया शहर के अलावे ग्रामीण इलाके में भी सप्लाई की जाती है. सबसे ज्यादा डार्क चॉकलेट, ब्लैक फोरेस्ट और बटर स्कोच केक का डिमांड अधिक है. मैंने अभी फैक्ट्री में 5 लोगों को रोजगार भी दिया है. बिट्टू महीने में लगभग 2-3 लाख रुपये का केक बेच लेते हैं. सभी मजदूरो को ले देकर महीने का 50 हजार रुपये तक बचत हो जाती है. इनके फैक्ट्री में तैयार केक की सप्लाई तो होती है, वह अपने दुकान में भी इसकी बिक्री करते हैं. अगर आप भी विभिन्न वेरायटी और फ्लेवर में केक खरीदना चाहते हैं, तो इनके मोबाइल नंबर 8083370318 पर सम्पर्क कर सकते हैं. आज बिट्टू अपना ब्रांड बना रहेें हैं. इसका नाम आशीर्वाद केक रखा गया है.

Tags: Food, Gaya news, Local18, Rajasthan news, Success Story

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *