कनाडा में भारतीय मूल के तीन लोग गिरफ्तार: 133 करोड़ रुपए की ड्रग तस्करी करने के आरोप, अमेरिका प्रत्यर्पित किए जाएंगे

18 घंटे पहले

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अमेरिका की FBI और कनाडा की पुलिस ने जॉइंट ऑपरेशन के दौरान भारतीय मूल के तीनों लोग को गिरफ्तार किया है। - Dainik Bhaskar

अमेरिका की FBI और कनाडा की पुलिस ने जॉइंट ऑपरेशन के दौरान भारतीय मूल के तीनों लोग को गिरफ्तार किया है।

कनाडा में भारतीय मूल के तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इन पर 133 करोड़ रुपए की ड्रग्स की तस्करी का आरोप है। ये लोग मैक्सिको से ड्रग्स खरीदते थे और कनाडा, अमेरिका तक पहुंचाते थे।

कनाडा की पुलिस और अमेरिका की जांच एजेंसी FBI ड्रग तस्करों के पकड़ने के लिए ‘डेड हैंड ऑपरेशन’ चला रही हैं। इसके तहत 2 जनवरी को कनाडा में आयुष शर्मा, गुरअमृत सिद्धू और सुभम कुमार को गिरफ्तार किया गया। अब इन्हें अमेरिका प्रत्यापित किया जाएगा। जॉइंट ऑपरेशन के दौरान 7 अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है।

लगभग 13 करोड़ की आबादी वाला मैक्सिको 40 साल से ड्रग कार्टेल के चंगुल में है। यहां अफीम, हेरोइन और मारिजुआना की तस्करी में लिप्त कार्टेल सरकार के पैरेलल काम करते हैं।

लगभग 13 करोड़ की आबादी वाला मैक्सिको 40 साल से ड्रग कार्टेल के चंगुल में है। यहां अफीम, हेरोइन और मारिजुआना की तस्करी में लिप्त कार्टेल सरकार के पैरेलल काम करते हैं।

ड्रग्स की तस्करी से जुड़े तीन देशों के लोग
इस मामले की जानकारी देते हुए अमेरिकी वकील मार्टिन एस्ट्राडा ने कहा- गिरफ्तार किए गए सभी लोग ड्रग ट्रैफिकिंग रैकेट से जुड़े हैं। ये मैक्सिको के डीलर से ड्रग खरीदते थे। अमेरिका के लॉस एंजिल्स में बैठे डिस्ट्रब्यूटर और ब्रोकर इसे कनाडाई ट्रक ड्राइवर्स तक पहुंचाते थे। इस तरह मैक्सिको की ड्रग्स कनाडा और अमेरिका में बेची जा रही थी।

गिरफ्तार किए दो भारतीय मूल के दो लोग ट्रक ड्राइवर थे
25 साल का आयुष और 29 साल का सुभम कनाडा में ट्रक ड्राइवर थे। ये मैक्सिको से अमेरिका के रास्ते आने वाली ड्रग्स कनाडा में बेचते थे। वहीं 60 साल का गुरअमृत मैक्सिको से ड्रग्स खरीदता था। ड्रग्स का पूरा ट्रांसपोर्टेशन गुरअमृत की देखरेख में होता था। उसे ‘किंग’ के नाम से जाना जाता था।

भारतीय मूल के तीनों आरोपी ट्रांसपोर्ट की उस कंपनी में काम करते थे, जिनके ट्रक US-कनाडा बॉर्डर क्रॉस करते थे। इसलिए वो काफी आसानी से ड्रग्स की तस्करी कर लेते थे।

भारतीय मूल के तीनों आरोपी ट्रांसपोर्ट की उस कंपनी में काम करते थे, जिनके ट्रक US-कनाडा बॉर्डर क्रॉस करते थे। इसलिए वो काफी आसानी से ड्रग्स की तस्करी कर लेते थे।

तीनों के पास 9 लाख कैश मिला
गिरफ्तारी के दौरान पुलिस को तीनों भारतीय मूल के लोगों के पास से 9 लाख 40 हजार रुपए कैश मिला। इसके अलावा 70 किलोग्राम कोकेन और 4 किलोग्राम हेरोइन बरामद किया गया था।

600 करोड़ की ड्रग तस्करी करने वाले भारतीय कपल को UK में सजा
ब्रिटेन की एक कोर्ट ने 31 जनवरी को एक भारतीय कपल को 33 साल की सजा सुनाई। इस कपल पर ड्रग तस्करी के आरोप थे।

ब्रिटेन की नेशनल क्राइम एजेंसी (NCA) के मुताबिक आरती धीर और कवलजीत सिंह रायजादा ने 600 करोड़ की 514 किलोग्राम कोकीन ऑस्ट्रेलिया स्मगल की थी। दोनों को 2021 में ब्रिटेन के हैनवेल शहर में गिरफ्तार किया गया था। इस कपल पर अपने 11 साल के सौतेले बेटे की हत्या करने के भी आरोप थे। इसे लेकर भारत सरकार ने ब्रिटेन की सरकार से कपल को प्रत्यर्पित करने की मांग की थी।

ब्रिटेन की पुलिस ने भारतीय कपल को फरवरी 2023 में गिरफ्तार किया था। उनके घर से कैश, सोना भी बरामद हुआ था।

ब्रिटेन की पुलिस ने भारतीय कपल को फरवरी 2023 में गिरफ्तार किया था। उनके घर से कैश, सोना भी बरामद हुआ था।

2017 में बेटे का शव सड़क किनारे मिला था
आरती और कवलजीत ने 2015 में गुजरात में गोपाल सेजानी को गोद लिया था। गोपाल गांव में अपनी बहन और पिता के साथ रहता था। कपल ने गोपाल के पिता से वादा किया था कि वो गोपाल को लंदन ले जाएंगे, लेकिन 2017 में उसे अगवा कर लिया गया।

8 फरवरी 2017 में गोपाल का शव सड़क किनारे मिला था। शरीर पर चाकू से वार के निशान थे। भारतीय पुलिस का कहना था कि दोनों ने इंश्योरेंस के पैसों के लिए बच्चे को एडॉप्ट किया, फिर उसे अगवा करवाया और उसकी हत्या कर दी।

भारत ने ब्रिटेन से आरती और कवलजीत को प्रत्यर्पित करने की मांग की थी। हालांकि 2019 में ब्रिटिश सरकार ने यह मांग खारिज कर दी थी। पढ़ें पूरी खबर…

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