अंजलि सिंह राजपूत/लखनऊ:मशहूर कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर जी महाराज हमेशा ही सनातन धर्म को लेकर अपनी बात बेबाकी से रखते हैं. अक्सर उनके कई बयान चर्चित होते रहते हैं. खास बात यह है कि इन दिनों देवकीनंदन ठाकुर जी महाराज लखनऊ में हैं. इस दौरान जब उनसे वाराणसी के ज्ञानवापी पर बात की गई तो उन्होंने कहा कि जिस तरह राम मंदिर का निर्माण अयोध्या में हो गया है, ठीक वैसे ही ज्ञानवापी मंदिर का भी निर्माण वाराणसी में धूमधाम से होगा.
उन्होंने कहा कि जो पक्ष कह रहा है यह मंदिर नहीं मस्जिद है, वो अज्ञानी हैं. क्योंकि ज्ञानवापी जो शब्द है वह उर्दू का नहीं है बल्कि संस्कृत का है. सनातन धर्म का ही यह शब्द है और अब भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण की रिपोर्ट में दूध का दूध और पानी का पानी हो चुका है. सारे सबूत सनातनियों के पक्ष में है. उन्होंने कहा कि सनातन लोग अभी भी धैर्य से ही काम ले रहे हैं. यही वजह है कि उन्होंने कोर्ट का ही सहारा लिया है. ऐसे में सनातनियों को पूरा विश्वास है कि कोर्ट उनके साथ न्याय करेगा. सारे प्रमाण सनातनियों के पक्ष में हैं और जल्द ही ज्ञानवापी मंदिर का निर्माण शुरू हो जाएगा.
राम के बिना सनातन की कल्पना व्यर्थ
इस दौरान देवकीनंदन ठाकुर ने राम मंदिर का विरोध कर रहे लोगों के बारे में कहा कि जो लोग राम मंदिर और 22 जनवरी के कार्यक्रम का विरोध कर रहे थे, वो पैदा ही विरोध करने के लिए हुए हैं, क्योंकि हम राम के हैं हम श्याम के हैं, राम और श्याम के बिना भारत, भारतीय और सनातनियों की कल्पना करना भी व्यर्थ है. 22 जनवरी को जो लोग नहीं गए कोई बात नहीं लेकिन अब राम भगवान के बारे में किसी भी तरह का गलत शब्द का इस्तेमाल न करें क्योंकि जिन लोगों ने विरोध किया उनके उल्टे दिन शुरू हो चुके हैं. हम सब देख रहे हैं कि विरोध करने वालों के साथ क्या हो रहा है.
अयोध्या मथुरा और काशी तीनों आएंगे एक साथ
इस दौरान जब देवकीनंदन ठाकुर जी महाराज से पूछा गया कि मथुरा में भी कृष्ण जन्मभूमि और मस्जिद का मामला तेज हो गया है, इस पर वह क्या कहना चाहेंगे तो उन्होंने बस इतना ही कहा कि अयोध्या, मथुरा और काशी विश्वनाथ तीनों आएंगे एक साथ.
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FIRST PUBLISHED : January 31, 2024, 12:19 IST