कथक में बनाना है करियर…यहां फ्री मिल रही ट्रेनिंग, ऐसे कर सकते हैं आवेदन

दीपक पाण्डेय/खरगोन. आधुनिकता के इस दौर में अगर आप भी ट्रडिशनल डांस में करियर बनाना चाहते हैं तो यह खबर आपके लिए है. जी हां, कथक में महारथ हासिल कर चुकी मध्य प्रदेश की कथक नृत्यांगना डॉ. स्वाति पिल्ले से आप कथक सिख सकते हैं. इसके लिए आपको कोई शुल्क भी नहीं चुकाना पड़ेगा.

दरअसल, भोपाल की रहने वाली डॉ. स्वाति पिल्ले विगत 25 वर्षों से कथक नृत्य कर रही हैं. मध्य प्रदेश का ऐसा कोई मंच नहीं, जहां उन्होंने प्रतुति ना दी हो. संस्कृति विभाग के हर कार्यक्रम में उनकी एक प्रस्तुति हमेशा फिक्स रहती है. कथक में दो बार वे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बना चुकी हैं.

ननिहाल में सीखा कथक
खरगोन के मंडलेश्वर में प्रस्तुति देने आई डॉ. स्वाति संजय पिल्ले ने लोकल 18 से खास बातचीत में कहा कि वह रायगढ़ घराने की कथक नृत्यांगना हैं. 3 साल की उम्र से कथक कर रही हैं. पेशे से सिविल इंजीनियर हैं, लेकिन एमए कथक से किया है. इसके बाद कथक में ही पीएचडी भी की. उन्होंने कथक अपने ननिहाल में गुरु शिष्य परंपरा के तहत सीखा है. नाना शास्त्रीय संगीत से जुड़े थे एवं मामा नीरज राव म्यूजिक प्रोफेसर हैं.

मिले हैं कई अवार्ड
चार-पांच साल पहले पंडित बिरजू महाराज के ग्रुप में कथक के सैकड़ों आर्टिस्टों के साथ पहली बार गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था. दूसरी बार फरवरी 2024 में भी खजुराहो में एक साथ 1700 कथक आर्टिस्टों के साथ फिर रिकॉर्ड बनाया. 19 साल की उम्र में महिला सशक्तिकरण के लिए राज्य स्तर पर अवार्ड मिला. इसके अलावा नेशनल एवं स्टेट लेवल पर भी कई पुरस्कार प्राप्त कर चुकी हैं.

460 बच्चों ने फ्री में सीखा कथक
भोपाल में वह अपना नर्मदा कथकालय संचालित करती हैं. गुरु शिष्य परंपरा को आगे बढ़ाते हुए 60 बच्चों को ऑफलाइन एवं लगभग 400 बच्चों को ऑनलाइन कथक फ्री में सिखाया है. इसमें लंदन के छात्र भी शामिल थे. अभी भी कई बच्चे ना सिर्फ सीख रहे हैं, बल्कि उनके साथ बड़े बड़े मंचों पर परफॉर्म भी कर रहे हैं.

फ्री ट्रेनिंग के लिए करें आवेदन
उन्होंने कहा कि कथक एक साधना है जिसके लिए सेल्फ डिसिप्लेन होना जरूरी है. कथक को शोक नहीं साधना के रूप में देखना होगा. गुरु शिष्य परंपरा के तहत सीखेंगे तो निश्चित ही जीवन सफल होगा.,जो आर्थिक रूप से निर्धन हैं और फ्री में कथक सीखना चाहते हैं तो संस्था की ऑफिशियल वेबसाइट www.kathakswati.com पर जाकर संपर्क कर सकते हैं. इसके अलावा बैरसिया रोड के विश्वकर्मा नगर, भोपाल स्थित संस्था में जाकर भी संपर्क कर सकते हैं.

कथक में जॉब स्काॅप
डॉ. स्वाति पिल्ले बताती हैं कि कथक में डिप्लोमा, डिग्री, पीएचडी करने के बाद आप असिस्टेंट प्रोफेसर बन सकते हैं. फिल्म इंडस्ट्री में डायरेक्टर बन सकते हैं. क्रोयोग्राफर बन सकते हैं. दूरदर्शन में जॉब पा सकते हैं. इसके अलावा बहुत कुछ हासिल कर सकते हैं.

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