मनीष कुमार/कटिहार. कोरोना काल में कई लोग अर्श से फर्श पर आ गए, तो कुछ ने खुद की मेहनत के बल पर कामयाबी की इबारत लिखी. ऐसा ही कटिहार का एक युवा आदित्य कुमार है, जो कि लॉकडाउन से पहले मध्य प्रदेश में ऑनलाइन बिजनेस से जुड़ा हुआ था. कोरोना काल के बाद आदित्य घर लौटे और फिर से दूसरे प्रदेश नहीं जाने का मन बना लिया. बीएससी पास आदित्य ने पहले से ही पशुपालन के क्षेत्र में काम करने के लिए सोच कर रखा था. फिर क्या था? इसी सोच को कारोबार में बदलते हुए कटिहार के सौरिया गांव में आदित्य ने देसी मुर्गी पालन शुरू किया. अब वह मुर्गी पालन से हर महीने 1.50 लाख कमा लेते हैं.
आदित्य ने बताया कि कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं होता है. इसी सोच के साथ कभी अन्य प्रदेश में काम करने वाला आदित्य अब देसी मुर्गी के पोल्ट्री फार्म खोलकर अपना जीविकोपार्जन कर रहे हैं. उनकी इस सोच की सराहना पूरा समाज करता है. फिलहाल आदित्य कटिहार के साथ-साथ पूर्णिया में भी देसी मुर्गी की सप्लाई करते हैं. अब वह इसे और बड़े स्तर पर करने का विचार कर रहे हैं. आदित्य ने कहा कि जब वह मध्य प्रदेश में थे, तो उनके पिता की जमीन सौरिया में यूं ही पड़ी हुई थी. यहां कोई देखभाल भी करने वाला नहीं था.
खुदरा और थोक में बेचते हैं मुर्गी
जब कोरोना महामारी के दौरान लॉकडाउन लगा तो वह अपने पिता की सौरिया में स्थित जमीन पर आकर देसी मुर्गी पालन करने लगे. अभी लगभग 4 से 5 क्विंटल देसी मुर्गा की बिक्री कर अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. आदित्य कुमार ने कहा कि देसी मुर्गी की खुदरा कीमत 300 रुपये प्रति किलो है. जबकि थोक भाव 250 रुपये किलो होता है. आदित्य कुमार ने बताया कि वह इस व्यवसाय से काफी खुश हैं.
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FIRST PUBLISHED : September 27, 2023, 09:40 IST