रिपोर्ट- संजय सिन्हा
औरंगाबाद. बिहार के औरंगाबाद में असामाजिक तत्वों की सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश एक बार फिर नाकाम हो गई है. प्रशासनिक तत्परता और ग्रामीणों की सूझबूझ से मामले को शांत करा दिया गया है. दरअसल हसपुरा थाना क्षेत्र के काजी बिगहा स्थित एक देवी मंदिर में कुछ असामाजिक तत्वों ने प्रतिबंधित मांस का टुकड़ा फेंक दिया था जिसके बाद दो समुदायों के बीच तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई थी और इलाके के लोग आक्रोशित हो उठे थे.
ग्रामीणों ने हसपुरा-मेहंदिया मार्ग को पेट्रोल पंप के पास जाम कर दिया था और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करने लगे थे. प्रशासन को इसकी जैसे ही भनक लगी, बड़ी संख्या में पुलिसबल की वहां तैनाती कर दी गई. दाउदनगर एसडीपीओ, सीओ तथा थानाध्यक्ष ने काफी मशक्कत कर बवाल कर रहे लोगों से बातचीत कर उन्हें किसी तरह शांत कराया. आनन-फानन सीओ शोभा कुमारी ने खुद मंदिर की साफ सफाई की, प्रतिबंधित मांस के टुकड़ों को वहां से हटाया और मंदिर को धोया तब जाकर मामला शांत हो सका.
हालांकि,आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर उनका गुस्सा बरकरार था. मामले की गंभीरता को देख जिले के डीएम श्रीकांत शास्त्री तथा एसपी स्वप्ना जी मेश्राम भी मौके पर पहुंचे और वस्तुस्थिति का जायजा लिया. बाद में एसपी ने बताया कि एफएसएल की टीम ने भी घटनास्थल की जांच की है. वहीं पुलिस भी सीसीटीवी फुटेज को खंगाल रही है. उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की और आरोपियों की धर पकड़ में मदद करने की अपील भी की.
उन्होंने कहा कि आरोपियों को चिन्हित कर उनके खिलाफ विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल उन्होंने स्थिति सामान्य होने की बात कही है. बता दें, औरंगाबाद पुलिस ने ऐसी गलत हरकत करने वालों की सटीक और सही जानकारी देने वालों को 25 हजार रुपए की इनामी राशि दिए जाने की घोषणा भी की है. उन्होंने कहा कि सूचक की पहचान गोपनीय रखी जायेगी.
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FIRST PUBLISHED : December 25, 2023, 09:58 IST