जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में ओणम त्योहार से संबंधित एक पोस्टर में राजा महाबली का फलस्तीनी ध्वज के रंग वाले वस्त्रों में कथित चित्रण को लेकर कुछ छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन से शिकायत की है।
विश्वविद्यालय प्रशासन के अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों के मुताबिक, इन छात्रों का आरोप है कि इससे उनकी धार्मिक भावनाएं आहत हुईं हैं।
जेएनयू की कुलपति शांतिश्री धुलिपुड़ी पंडित ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘देखिए, किस तरह से राजनीतिक तिकड़म कर हमास का समर्थन करने के वास्ते भगवान विष्णु के भक्त राजा महाबली का चित्रण किया गया है …। केरल के छात्रों के एक समूह ने इस संबंध में शिकायत की है, क्योंकि इससे उनकी भावनाएं आहत हुई हैं।’’
जेएनयू की कुलपति ने कहा कि छात्रों ने अगस्त में मनाए जाने वाले ओणम त्योहार के समारोह को आगे बढ़ाने पर आपत्ति जताई है और सुझाव दिया है कि इसके स्थान पर दिवाली का आगामी त्योहार मनाया जा सकता था।
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष ने दावा किया कि छात्रों द्वारा ऐसी कोई शिकायत नहीं की गई है और आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय के सम्मेलन केंद्र में ओणम समारोह रद्द करने पर कई राजनेताओं द्वारा की गई आलोचना के कारण प्रशासन झूठ बोल रहा है।
आइशी घोष ने कहा कि ओणम का पोस्टर विशेष रूप से फलस्तीन के साथ एकजुटता नहीं दिखाता है, बल्कि इसके जरिए दुनिया भर के कई अन्य मुद्दों पर प्रकाश डाला गया है।
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