ओंकारेश्वर में बाढ़, प्रशासन पर आरोप, लोग बोले-बांध का पानी छोड़ने से हुए बेघर

रिपोर्टः अमित जायसवाल
खंडवा. खंडवा में नर्मदा नदी का उफान थमने के बाद तबाही का मंजर दिखाई दिया. तीर्थनगरी ओंकारेश्वर सहित डाउन स्ट्रीम में नुकसान हुआ है. लोगों ने प्रशासन पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं. उनका कहना है पहले आदि शंकराचार्य के मूर्ति अनावरण कार्यक्रम के कारण बांधों से पानी नहीं छोड़ा गया. फिर अचानक बिना किसी खबर के डैम के गेट खोल दिए गए. नाराज लोगों ने आगामी 21 सितंबर को ओंकारेश्वर बंद की भी चेतावनी है जिस दिन यहां आदि शंकारचार्य की मूर्ति का अनावरण होना है.

खंडवा जिले में इंदिरा सागर बांध और ओंकारेश्वर बांध के गेट खोले जाने की वजह से नर्मदा में उफान आ गया. इससे ओंकारेश्वर सहित निचले इलाकों में भयानक तबाही हो गयी. बाढ़ की भयावहता का अंदाज इसी से लगा सकते हैं कि इतने ऊंचे स्थान पर बने ओंकारेश्वर मंदिर की सीढ़ियों तक पानी पहुंच गया. जबकि ममलेश्वर मंदिर के अंदर तक पानी घुस गया. लोगों का कहना है बगैर कोई सूचना के अचानक डैम के गेट खोल दिए गए. इससे तबाही मच गयी. कई परिवार बेघर हो गए. कई परिवारों और दुकानदारों का लाखों का नुकसान हुआ है. मंदिर के घाट से 30 से 40 फीट ऊपर मुख्य मंदिर मार्ग तक नर्मदा का पानी पहुंचने से नुकसान हुआ है.

ओंकारेश्वर बंद की चेतावनी
ओंकारेश्वर के लोगों का कहना है यह कृत्रिम बाढ़ थी. शंकराचार्य मूर्ति अनावरण कार्यक्रम की वजह से बांध प्रबंधन ने शासन के निर्देश पर लगातार बारिश के बावजूद बांध के गेट नहीं खोले. पानी को रोककर रखा ताकि मांधाता पर्वत तक जाने वाला मार्ग नहीं डूबे. लेकिन बरगी और तवा बांध के गेट खुलते ही इंदिरा सागर बांध और ओंकारेश्वर बांध के गेट खोल दिए गए. इससे बाढ़ आ गई. बाढ़ से सैकड़ों परिवार प्रभावित हुए हैं. हालांकि अधिक बारिश होने की वजह से अनावरण की तारीख बढ़ाकर 21 सितंबर कर दी गई है. लोगों का कहना है जिम्मेदार मध्यप्रदेश शासन और जिला प्रशासन पर कार्रवाई होना चाहिए. लोगों ने आगामी 21 सितंबर को ओंकारेश्वर बंद की चेतावनी दी है.

प्रशासन ने बताई बाढ़ की ये वजह
प्रशासन का कहना है बाढ़ की मुख्य वजह तेज बारिश और बरगी, तवा के साथ ही इंदिरा सागर बांध का जलस्तर बढ़ना है. प्रशासन की मुस्तैदी से कोई जनहानि नहीं हुई. जो नुकसान हुआ है, उसके लिए सर्वे दल गठित कर दिए गए हैं. तेज बारिश और बाढ़ आ जाने के बाद से खंडवा और बुरहानपुर को इंदौर से जोड़ने वाला इंदौर इच्छापुर हाईवे का मोरटक्का पुल भी आवागमन के लिए बंद है. वाहन खरगोन जिले से चक्कर लगाकर इंदौर पहुंच रहे हैं. पुल की जांच होने के बाद ही इसे खोला जाएगा.

Tags: Khandwa news, Madhya Pradesh Flood, Mp news, Omkareshwar Dam

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *