इजराइल में नेपाल की राजदूत कांता रिजल ने बताया कि इनमें 18 नेपाली नागरिकों में से कुछ संघर्षरत क्षेत्रों में रह रहे थे, जबकि अन्य लोग लौटना चाहते थे.
उन्होंने कहा, ‘‘हमने 12 अक्टूबर को नेपाली एयरलाइंस से 254 नेपाली नागरिकों को भेजा तथा बाकियों को बाहर निकालने के लिए और उड़ानों की व्यवस्था करने पर विचार किया जा सकता है.”
इजराइल में नेपाली मिशन के उप प्रमुख अर्जुन धिमिरे ने कहा, ‘‘दोनों दूतावास (भारतीय और नेपाली) संपर्क में हैं और हमेशा एक-दूसरे की मदद करते हैं. इस बार भी सीमित उड़ानों को देखते हुए नेपाली दूतावास ने अपने 18 नागरिकों को ले जाने के लिए कहा था.”
‘ऑपरेशन अजय’ के तहत विशेष उड़ान सुविधा उन भारतीय नागरिकों की वापसी के लिए 12 अक्टूबर को शुरू की गईं, जो गाजा से हमास आतंकवादियों द्वारा इजराइली शहरों पर सात अक्टूबर को किए गए भीषण हमलों के बाद पैदा हुए हालात के मद्देनजर स्वदेश लौटना चाहते हैं. इन हमलों के कारण क्षेत्र में काफी तनाव पैदा हो गया है.
गत सप्ताह, तेल अवीव से चार विशेष विमानों में बच्चों सहित कुल 906 यात्री भारत आए थे.
युद्ध शुरू होने के बाद से अब तक फलस्तीन के 2,778 लोग मारे जा चुके हैं.
आधिकारिक इजराइली सूत्रों के अनुसार, इजराइल में कम से कम 1,400 इजराइली और विदेशी नागरिक मारे गए हैं.
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