विदेश मंत्री एस जयशंकर 26 सितंबर को इस चर्चा को संबोधित करेंगे। अदीस अबाबा एक्शन एजेंडा को अपनाने के बाद से महासभा विकास के लिए वित्तपोषण पर अपनी दूसरी उच्च स्तरीय वार्ता 20 सितंबर को आयोजित करेगी। इस संवाद का लक्ष्य उच्चतम राजनीतिक स्तर पर वित्तपोषण के लिए वैश्विक प्रतिबद्धता को नवीनीकृत करना होगा। विभिन्न सत्र के दौरान कई अन्य विषयों पर चर्चा होगी।
सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी), वित्तपोषण, जलवायु कार्रवाई और महामारी से निपटने के एजेंडा को केंद्र में रखकर विभिन्न देशों के नेता तथा विदेश मंत्री संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के उच्च स्तरीय वार्ता सप्ताह के लिए यहां संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय पहुंचे हैं।
सोमवार से शुरू हो रहे संयुक्त राष्ट्र महासभा के उच्च स्तरीय 78वें सत्र में, वैश्विक संगठन सिलसिलेवार शिखर सम्मेलनों की मेजबानी करेगा जो राष्ट्रपतियों, प्रधानमंत्रियों और नेताओं को एक मंच पर लाएगा।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस ने कहा, ‘‘सबसे बड़े समूह-जी193 की शुरुआत हो रही है। महासभा में उच्च-स्तरीय बैठकें होंगी। यह दुनिया के हर कोने के नेताओं के लिए हर साल न केवल विश्व की स्थिति का आकलन करने, बल्कि सबकी भलाई के लिए कार्य करने का एक अनोखा क्षण होता है।’’
गुतारेस ने इस महीने की शुरुआत में नयी दिल्ली में जी-20 नेताओं के शिखर सम्मेलन और हवाना में जी-77 और चीन की बैठक में भाग लिया था।
उन्होंने कहा, ‘‘दुनिया को अब कार्रवाई की आवश्यकता है। हम ऐसे समय में एकत्र होंगे, जब मानवता को बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। इनमें जलवायु आपात स्थिति से लेकर बढ़ते संघर्ष, जीवन-यापन का संकट, दुनिया में बढ़ती असमानताएं और तकनीकी व्यवधान तक शामिल हैं। लोग इन समस्याओं से बाहर निकलने के लिए अपने नेताओं की ओर देख रहे हैं।’’
संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि सप्ताह की शुरुआत 18-19 सितंबर को 2023 एसडीजी शिखर सम्मेलन के साथ होगी, जो 2030 एजेंडा और इसके 17 सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) के कार्यान्वयन की समीक्षा करेगा।
यह सम्मेलन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए 2030 तक परिवर्तनकारी और त्वरित कार्यों पर उच्च स्तरीय राजनीतिक मार्गदर्शन प्रदान करेगा।
महासभा के अध्यक्ष डेनिस फ्रांसिस द्वारा आयोजित शिखर सम्मेलन 2030 एजेंडा और एसडीजी को प्राप्त करने के लिए निर्धारित समय सीमा के आधे-अधूरे बिंदु को चिह्नित करेगा।
संयुक्त राष्ट्र ने कहा, ‘‘यह महासभा के उच्च-स्तरीय वार्ता सप्ताह का केंद्रबिंदु होगा। यह दुनिया के समक्ष कई संकटों के प्रभाव का जवाब देगा और 2030 एजेंडा के लिए आशा और उत्साह की भावना का फिर से संचार होने की उम्मीद है।’’
दुनिया के 193 देशों के नेता और विदेश मंत्री 19 सितंबर से 26 सितंबर तक,एक-एक करके संयुक्त राष्ट्र महासभा हॉल में व्याख्यान देंगे और उच्च स्तरीय वार्ता सप्ताह के मुख्य कार्यक्रम, आम चर्चा में वैश्विक मुद्दों पर अपना रुख बताएंगे। परंपरा के मुताबिक ब्राजील आम चर्चा की शुरुआत करेगा,जिसके बाद अमेरिका संबोधित करेगा।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन रविवार को यूएनजीए सत्र में भाग लेने के लिए न्यूयॉर्क पहुंचेंगे।
आम चर्चा का विषय है, ‘विश्वास का पुनर्निर्माण और वैश्विक एकजुटता को फिर से जागृत करना: सभी के लिए शांति, समृद्धि, प्रगति और स्थिरता की दिशा में 2030 एजेंडा और इसके सतत विकास लक्ष्यों पर कार्रवाई में तेजी लाना।’ विदेश मंत्री एस जयशंकर 26 सितंबर को इस चर्चा को संबोधित करेंगे। अदीस अबाबा एक्शन एजेंडा को अपनाने के बाद से महासभा विकास के लिए वित्तपोषण पर अपनी दूसरी उच्च स्तरीय वार्ता 20 सितंबर को आयोजित करेगी। इस संवाद का लक्ष्य उच्चतम राजनीतिक स्तर पर वित्तपोषण के लिए वैश्विक प्रतिबद्धता को नवीनीकृत करना होगा। विभिन्न सत्र के दौरान कई अन्य विषयों पर चर्चा होगी।
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