नई दिल्ली. World Largest University in India: स्कूल की पढ़ाई पूरी होने के बाद स्टूडेंट कॉलेज या यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेते हैं. एडमिशन लेते समय बच्चों के जहन में कई सवाल होते हैं कि एडमिशन कहां लें. कई स्टूडेंट इस आधार पर एडमिशन लेते हैं कि किसी यूनिवर्सिटी का प्लेसमेंट कैसा है. वहां पर पढ़ाई करना सस्ता है या फिर महंगा. वहीं कुछ स्टूडेंट यह भी देखते हैं कि विश्वविद्यालय कितना पुराना है और वहां का क्या इतिहास रहा है.
ऐसे में आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको बताने जा रहे हैं एशिया के सबसे बड़े विश्वविद्यालय के बारे में जो कि भारत में स्थित है. इसके सामने अमेरिका की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी भी छोटी है. खास बात यह है कि भारत स्थित इस विश्वविद्यालय के अंग्रेजी और हिंदी में दो अलग-अलग नाम भी हैं. जी हां हम बात कर रहे हैं बीएचयू यानी बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी की. इसे काशी हिंदू विश्वविद्यालय के नाम से भी जाना जाता है.
5.3 किलोमीटर में फैला है यह विश्वविद्यालय
बीएचयू की स्थापना साल 1916 में पंडित मदन मोहन मालवीय ने की थी. यहां की इमारतें इंडो गोथिक वास्तुकला का बेहतरीन नमूना पेश करती हैं. हर साल यहां से लगभग 30 हजार से ज्यादा स्टूडेंट पास होकर निकलते हैं. करीब 1300 एकड़ यानी 5.3 किलोमीटर में फैले इस विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों के लिए बड़ा हॉस्टल भी बनाया गया है.
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दान में मिली थी जमीन
पंडित मदन मोहन मालवीय को विश्वविद्यालय के निर्माण के लिए यह जगह दान में मिली थी. दरअसल, काशी नरेश ने पंडित जी को कहा था कि 1 दिन में आप जितना पैदल चलकर नाप लेंगे उतनी जगह में विश्वविद्यालय के नाम कर दी जाएगी. इसके बाद मालवीय जी दिन भर पैदल चले जिसमें 11 गांव, 70 हजार पेड़, 100 पक्के कुएं, 20 कच्चे कुएं, 860 कच्चे घर, 40 पक्के मकान वाली जगह बीएचयू को मिली. इसी के साथ काशी नरेश ने बीएचयू के निर्माण के लिए एक मंदिर और एक धर्मशाला भी दान की थी.
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Tags: Banaras Hindu University, BHU, Education news
FIRST PUBLISHED : September 19, 2023, 10:39 IST