आईएसएल ने मंगलवार को अपने नए सत्र के लिए कार्यक्रम की घोषणा की जिससे इस महीने के आखिर में शुरू होने वाले एशियाई खेलों के लिए भारतीय टीम में शामिल खिलाड़ियों को क्लबों से छूट मिलने का संदेह गहरा गया है।
इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) ने मंगलवार को अपने नए सत्र के लिए कार्यक्रम की घोषणा की जिससे इस महीने के आखिर में शुरू होने वाले एशियाई खेलों के लिए भारतीय टीम में शामिल खिलाड़ियों को क्लबों से छूट मिलने का संदेह गहरा गया है।
हांगझोउ में होने वाले एशियाई खेल और आईएसएल की तिथियों में टकराव हो रहा है। एशियाई खेलों में फुटबॉल प्रतियोगिता 19 सितंबर से शुरू होकर सात अक्टूबर तक चलेगी जबकि आईएसएल के 2024-25 के सत्र का आरंभ 21 सितंबर को कोच्चि में केरल ब्लास्टर्स और बेंगलुरू एफसी के बीच होने वाले मैच से होगा।
लीग के आयोजक एफएसडीएल ने 29 दिसंबर तक आईएसएल के पहले चरण के कार्यक्रम की घोषणा की। यह आईएसएल का दसवां सत्र होगा जिसमें कुल 12 टीम भाग लेंगी।
एशियाई खेलों के लिए भारत की 22 सदस्यीय टीम में आईएसएल के 10 क्लबों के खिलाड़ी शामिल हैं और पता चला है इनमें से कुछ क्लब अपने खिलाड़ियों को छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं।
एशियाई खेलों की भारतीय टीम में बेंगलुरु एफसी के छह, मुंबई सिटी एफसी के तीन, एफसी गोवा, मोहन बागान, ईस्ट बंगाल, ओडिशा एफसी, केरल ब्लास्टर्स के दो-दो तथा पंजाब एफसी, चेन्नईयिन एफसी और हैदराबाद एफसी केएक-एक खिलाड़ी शामिल हैं।
अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ के महासचिव शाजी प्रभाकरण ने सोमवार को आईएसएल के इन 10 क्लब को पत्र लिखकर राष्ट्रीय हित को ध्यान में रखते हुए एशियाई खेलों के लिए चुने गए अपने खिलाड़ियों को छोड़ने के लिए कहा था।
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