प्रदीप धनखड़/झज्जर झज्जर क्षेत्र की गुलिया खाप ने एक बार फिर दिखा दिया है कि बेटी हो या बहू इनमें कोई फर्क नहीं समझा जाना चाहिए.दोनों को बराबरी का हक और सम्मान दिया जाना चाहिए.बुधवार को जिले के बादली क्षेत्र की गुलिया खाप ने झज्जर की बहू प्रियंका गुलिया को सिर-आँखों पर बैठा लिया.उनके सम्मान में सैंकडों लोग उमड़ पड़े.प्रियंका गुलिया एशियन गेम्स में भारतीय कबड्डी टीम की उप कप्तान हैं और उनकी टीम ने एशियन गेम्स में गोल्ड मैडल हासिल किया है.
गुलिया खाप ने प्रियंका गुलिया के गांव जहांगीरपुर पहुंचने से पहले ही उनके सम्मान में सभी तैयारियां पूरी कर ली थी.ढांस बॉर्डर से प्रियंका गुलिया को ठीक उसी तरह से रिसीव किया गया जैसे दो दिन पहले पलक गुलिया को रिसीव किया गया था.ट्रैक्टर-ट्रालियों के लंबे काफिले के साथ प्रियंका गुलिया को ढांसा बॉर्डर से गांव जहांगीरपुर तक लाया गया.इस दौरान गुलिया खाप और प्रियंका की परिजनों को उत्साह देखते ही बनता था.ग्रामीणों ने भी इस दौरान खूब जश्र मनाया.बीच रास्ते में जगह-जगह पर प्रियंका का स्वागत किया गया.
गलिया खाप ने पेश की मिसाल
गुलिया खाप के प्रधान सुनील गुलिया ने कहा कि भारतीय कबड्डी टीम एशियन गेम्स में गोल्ड जीतने पर विशेष बधाई की पात्र है.हम बेटी और बहू में बिल्कुल फर्क नहीं समझते.हमारा इतिहास है कि हम अपने बच्चों को कहते हैं कि आप देश के लिए मैडल जीतकर लाओ, स्वागत में जनता अपनी पलके अपने आप बिछा देगी.प्रियंका का स्वागत ऐसे ही किया गया है जैसा कि पलक गुलिया का किया गया था.उम्मीद यही है कि ओलम्पिक में भी यह बच्चे अच्छा ओर उम्दा प्रदर्शन करेंगे.पलक गुलिया और प्रियंका गुलिया दोनों ही अन्य खिलाडिय़ों के लिए प्रेरणा स्त्रोत हैं.इनसे प्ररेणा लेकर अन्य खिलाड़ी भी आगे बढ़ेंगे.
अब ओलंपिक में पदक जीता है-प्रियंका
भारतीय कबड्डी टीम की उप कप्तान प्रियंका का कहना है कि जिस तरह से खाप और ग्रामीणों ने उनका स्वागत किया है यह एक अच्छी मिसाल है. ऐसे स्वागत से जीवन में आगे बढऩे की प्रेरणा मिलती है. हमारा प्रयास रहेगा कि हम भविष्य में होने वाले हर खेल में अपना बेहतर प्रदर्शन करें. प्रियंका कहना है कि भारतीय टीम का ओलम्पिक खेलों में भी अच्छा प्रदर्शन करने का सिलसिला जारी रहेगा.
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FIRST PUBLISHED : October 11, 2023, 19:09 IST