सुनिल जिंदल/गोहाना. भारत के खिलाड़ियों का एशियन गेम्स 2023 में ऐतिहासिक प्रदर्शन जारी है. इसी कड़ी में भारतीय महिला कबड्डी टीम ने चीन के हांगझोऊ में चल रहे एशियन गेम्स में गोल्ड देश के नाम किया है. यही नहीं इस मेडल के साथ ही भारत के लिए 100वां मेडल भी भारतीय महिला कबड्डी टीम ने जीता. एशियन गेम्स के इतिहास में यह पहली बार है जब भारत ने एशियन गेम्स में मेडलों के मामले में शतक लगाया है.
भारतीय महिला कबड्डी टीम ने फाइनल मुकाबले में चीनी ताइपे को केवल एक अंक के अंतर से मात देकर गोल्ड मेडल अपने नाम किया. सांसे थाम देने वाले फाइनल में भारत ने चीनी ताइपे को 26-25 के स्कोर से हराया. इस भारतीय टीम में तीन महिला कबड्डी खिलाड़ी अकेले गोहाना के गांवों की रहने वाली है. पूजा नरवाल गांव रिढाणा,मुस्कान गांव भेसवाल कलां तो साक्षी गांव बिचपड़ी की रहने वाली है. वहीं इस जीत के बाद पूजा नरवाल के गांव रिढाना में खुशी का महौल है.
16 साल की उम्र से शुरू हुआ था कबड्डी का सफर
पूजा के पिता श्रीराम एक किसान है. पूजा नरवाल के गांव को कबड्डी खिलाड़ियों की खान भी कहा जाता है. गांव रिढाना ने पुरुष और महिला कब्बड़ी के कई खिलाड़ी दिए हैं. पूजा नरवाल के परिजनों ने बताया कि आज उन्हे बहुत खुशी हो रही है. एशियन खेलो में भारतीय महिला कबड्डी टीम ने गोल्ड में जीता है. सभी रिश्तेदारों के फोन आए हो बधाई दे रहे हैं. उन्हे बहुत अच्छा लग रहा है. पूजा ने पंद्रह-सोलह साल में ही गांव में कबड्डी खेलने शुरू की थी.
पूजा का इंटरनेशनल लेवल पर यह पहला गोल्ड मेडल है. सभी टीम के खिलाड़ियों ने बहुत ही अच्छा प्रदर्शन किया है. पूजा को गांव में ही कोच ने प्रेक्सटिस करवाई और अभी वह रेलवे में नौकरी करती है. गांव में कबड्डी के बहुत खिलाड़ी है मगर पूजा पहली लड़की है जिसने गोल्ड मेडल जीता है.
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FIRST PUBLISHED : October 8, 2023, 09:18 IST