एल्विश यादव कांड: रेव पार्टियों में कैसे होता है सांपों से नशा? यहां जानिए सबकुछ

एल्विश यादव कांड: रेव पार्टियों में कैसे होता है सांपों से नशा? यहां जानिए सबकुछ

नई दिल्ली: बिग बॉस के ओटीटी विजेता एल्विश यादव पर कथित तौर पर रेव पार्टी में नशे का आरोप लग रहा है. लेकिन ये उठ रहा है कि क्या वाकई में रेव पार्टियों में सांपों और उसके जहर का इस्तेमाल नशे के लिए होता है? मशहूर सोशल मीडिया ऑयकॉन एल्विश यादव अपने कई वीडियो में सांप और विदेशी लड़कियों के साथ कथिततौर पर पार्टी करते दिख रहे है. 

यह भी पढ़ें

पीपल्स फॉर एनीमल वेलफेयर की माने तो एल्विश काफी दिनों से सांपों का इस्तेमाल अपनी पार्टियो में करते रहे हैं. बीजेपी सांसद मेनका गांधी ने कहा कि एल्विश अपने कई वीडियो में सांप का इस्तेमाल अपने वीडियो और फोटो में करते रहे हैं, जबकि ये सारी इनडेंजर प्रजाति है.

‘अब स्नैक बाइट का चलन’

महानगरों में हाल के दिनों में गुपचुप तरीके से रेव पार्टियों का चलन बढ़ा है, जहां धड़ल्ले से कई नशें की इल्तेमाल होता रहा है. मुंबई में भी गुपचुप तरीके से रेव पार्टियों की खबरें आती रहती है. मुंबई पुलिस से रिटायर्ड ADG पीके जैन ने कहा कि पहले लोग मेथ ऐर कोकीन लेते थे. लेकिन अब कुछ लोग इससे आगे चले गए हैं. अब स्नैक बाइट का चलन शुरु किया है. उत्तर भारत के सपेरे को बुलाकर सापों से लाइव जीभ पर कटवाई जाती है.

दरअसल, रेव पार्टियां वो होती है जो किसी खास जगह पर गुपचुप तरीके से की जाती है और यहां कई तरह के नशे का इस्तेमाल होता है. हालांकि एल्विश यादव और सपेरों का परिवार खुद को बेकसूर बता रहा है. लेकिन जांच के बाद ही मामला साफ हो पाएगा. 

कौन हैं एल्विश यादव?

एल्विश यादव ने बिग बॉस OTT-2 में वाइल्ड कार्ड कंटेस्टेंट के तौर पर एंट्री की थी. वह शो के विनर बन गए थे. हरियाणा के गुरुग्राम में जन्मे एल्विश यादव यू-ट्यूब पर अपने व्लॉग्स और स्ट्रीमिंग के लिए फेमस हैं. एल्विश का असली नाम सिद्धार्थ यादव है. उनके भाई ने उन्हें एल्विश यादव नाम दिया था.

ये भी पढ़ें:- 
फिल्मी सितारों जैसी लग्जरियस लाइफ जीते हैं एल्विश यादव, शानदार कारों के हैं शौकीन
फिल्मी सितारों से ज्यादा कमाते हैं एल्विश यादव, जीते हैं आलीशान जिंदगी, हो चुका है ब्रेकअप…नेटवर्थ और कार कलेक्शन उड़ा देगा होश

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *