नई दिल्ली. मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक 80 वर्ष का बुजुर्ग यात्री विमान से टर्मिनल तक पैदल चलने के बाद गिर गया और उसकी मौत हो गई. बताया गया कि मांगने के बाद भी एयर इंडिया ने उसको व्हीलचेयर नहीं कराया. इस घटना के बारे में अब नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने एयरलाइन से एक रिपोर्ट मांगी है. एयर इंडिया ने बताया कि बाबू पटेल की 12 फरवरी को न्यूयॉर्क से एआई-116 फ्लाइट से उतरने के बाद मौत हो गई. बाबू पटेल (80 वर्ष) अपनी पत्नी नर्मदाबेन पटेल (76 वर्ष) के साथ आए थे. दोनों यात्रियों ने व्हील चेयर बुक की थी.
उस वक्त यात्रियों से इंतजार करने का अनुरोध किया गया क्योंकि व्हील चेयर की मांग अधिक थी. नर्मदाबेन पटेल के लिए एक व्हीलचेयर उपलब्ध थी और बाबू पटेल ने व्हीलचेयर पर अपनी पत्नी के साथ चलना शुरू करने का फैसला किया. टहलने के दौरान एपीएचओ कार्यालय के पास बाबू पटेल गिर गए. एमआईएएल डॉक्टर को बुलाया गया और यात्री की जांच करने के बाद उसे सीपीआर देकर अस्पताल में भर्ती होने के लिए कहा गया. यात्री को एमआईएएल एम्बुलेंस से नानावटी अस्पताल ले जाया गया. नानावटी में सीएमओ (डॉ. रोनाल्डो) ने जांच के बाद बताया कि यात्री जीवित नहीं बचा.
डीजीसीए के नियमों के मुताबिक बीमार, विकलांग शख्स (दिव्यांगजन) हवाई अड्डे के टर्मिनल से विमान तक और विमान से टर्मिनल निकास तक की यात्रा के लिए जरूरी व्हील चेयर मुहैया कराना जरूरी है. इसके बाद विमान नियम, 1937 के उल्लंघन में उक्त प्रावधानों का अनुपालन नहीं करने के लिए एयर इंडिया को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. नोटिस जारी होने के 7 दिनों के भीतर डीजीसीए को जवाब दाखिल करना होगा. इसके अलावा सभी एयरलाइनों को यह सुनिश्चित करने के लिए एक सलाह भी जारी की गई है. जिसमें उन सभी यात्रियों के लिए पर्याप्त संख्या में व्हीलचेयर उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है, जिन्हें अपनी यात्रा के दौरान विमान से चढ़ने या उतरने के दौरान सहायता की जरूरत होती है.
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FIRST PUBLISHED : February 16, 2024, 22:45 IST