मोहन ढाकले/बुरहानपुर.अपने जिले को देश के नक्शे पर चमकाने के लिए बुरहानपुर के कलाकार जी जान लगा देते हैं. बुरहानपुर के आजाद नगर क्षेत्र में रहने वाले राईटर कमरुद्दीन फलक ने भी कुछ ऐसा ही कर दिखाया. उनको बचपन से ही गीत फ़िल्में और गाने लिखने का शौक था. जब वह मुंबई पहुंचे तो यहां पर उन्होंने वरिष्ठ कलाकारों से मार्गदर्शन लिया और अब वह वर्ष 2004 से अब तक 7 फिल्म लिख चुके हैं. जो पड़े पर्दों के साथ छोटे पर्दों पर भी रिलीज हुई है इन्हे ओटीटी प्लेटफॉर्म पर भी देखा जा सकता है.
जिले के कलाकार चाहे वह किसी भी क्षेत्र से हो लेकिन देश के नक्शे पर बुरहानपुर को चमकता देखना चाहते हैं. इसके लिए वह लगातार ही प्रयास करते हैं. अब कमरुद्दीन फलक का सपना है कि बुरहानपुर जिले के स्मारक और स्थलों को फिल्मों में दर्जा मिले इसके लिए वह यह प्रयास कर रहे हैं.
19 वर्षों में लिखी 7 फिल्में
राईटर कमरुद्दीन फलक का कहना है कि मेने 19 सालों में 7 फिल्में लिखी है. जो बड़े पर्दों के साथ छोटे पर्दों पर और ओटीटी प्लेटफॉर्म पर आज भी नजर आ रही है. उनका कहना है की सबसे पहली मेरी 2004 में चांद बुझ गया फिल्म सिनेमा में लगी थीं. जिस के बाद 2008 में रॉयल उत्सव 2019 में फसते फसाते और 2020 में रब रखा 2020 में मजबूर तो वही 2020 में पंजाब रिलीज हुईं इस फिल्म के लिए मुझे पंजाब में सम्मानित भी किया गया. आगे भी राईटर द्वारा तीन हिंदी और एक इंग्लिश फिल्म लिखी जा रही है. जो जल्द ही बड़े पर्दों पर देखने को मिलेगी.
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FIRST PUBLISHED : October 17, 2023, 14:17 IST