मोहन ढाकले/बुरहानपुर: मध्य प्रदेश में बुरहानपुर जिला ऐसा है कि यहां पर सबसे अधिक केले की पैदावार होती है. जिले से एक जिला एक उत्पाद के रूप में केले को शामिल किया गया है. यहां पर किसान सबसे ज्यादा केले की खेती करते हैं. लेकिन केले की फसल का बीमा नहीं होने से सबसे अधिक नुकसान इन किसानों को ही होता है. अब किसानों ने केले की फसल का बीमा हो इसके लिए जिला प्रशासन से मांग की है. ताकि नुकसान के समय उन्हें भी शासन की ओर से राहत राशि मिले.
किसानों ने दी जानकारी
इच्छापुर के किसान दिनेश चौधरी और मोहन पाटिल का कहना है कि बुरहानपुर जिले में 22 हजार हेक्टेयर में किसानों द्वारा केले की फसल लगाई जाती है. एक जिला एक उत्पाद में केला भी शामिल है. यहां पर पिछले 5 वर्षों से केले का बीमा नहीं हो रहा है. जिस कारण तेज हवा आंधी तूफान और ओलावृष्टि से किसानों को सबसे अधिक नुकसान होता है. ऐसे में अब मराठा सेवा संघ किसान परिषद ने कलेक्टर भव्या मित्तल से केले का फसल बीमा हो इसकी मांग की है. ताकि नुकसान होने पर किसान उस बीमा राशि से दूसरी फसल लगा सके.
5 वर्ष पहले हुआ था केले का फसल बीमा
किसान मोहन पाटिल ने बताया कि 5 वर्ष पहले जिले में किले का फसल बीमा सोसाइटियों द्वारा किया गया था. एक हेक्टेयर के लिए सोसाइटियों ने ₹3000 लिए थे. लेकिन बीमा नहीं दिया था. शासन से आदेश जारी होने के बाद जो किसानों से तीन ₹3000 काटे गए थे उन्हें लौटा दिया था.
डिप्टी कलेक्टर ने दी जानकारी
डिप्टी कलेक्टर शंकर लाल सिंघाड़े से जब बात की तो उन्होंने बताया कि किसानों ने फसल बीमा की समस्या बताई है. शासन स्तर पर इसके लिए पत्राचार किया जाएगा.
.
Tags: Hindi news, Local18
FIRST PUBLISHED : March 2, 2024, 12:28 IST