नई दिल्ली4 घंटे पहले
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टेक कंपनी एपल का मिश्रित रियलिटी (MR) हेडसेट विजन प्रो 2 फरवरी से अमेरिकी बाजार में बिक्री के लिए अवेलेबल हो जाएगा। हेडसेट के लिए प्री-ऑर्डर 19 जनवरी को शाम 5 बजे से शुरू होगी। हालांकि, भारत में ये कब तक मिलेगा इसकी जानकारी कंपनी ने नहीं दी गई है। इस हेडसेट को आंखों के रेटिना और हाथों के मूवमेंट से ऑपरेट किया जा सकता है।
एपल CEO टिम कुक ने सोमवार को इसकी घोषणा करते हुए कहा, ‘यह स्पेशल कंप्यूटिंग के युग की शुरुआत है।’ डिवाइस 256GB स्टोरेज के साथ आएगी। एपल ने जून-2023 में हुए एनुअल डेवलपर्स कॉन्फ्रेंस-WWDC23 में इस डिवाइस को 3500 डॉलर यानी करीब 2.89 लाख रुपए में लॉन्च किया था।
इस डिवाइस को बनाने के लिए कंपनी पिछले 7 साल से इस पर काम कर रही थी। कंपनी का कहना है कि यूजर्स विजन प्रो को पहनने के बाद वर्चुअल स्पेस में अपनी फोटोज और वीडियोज को स्क्रॉल कर सकेंगे।इसके अलावा, 3D मूवी देख और गेम खेल सकेंगे।
एडवांस्ड न्यूरल प्रोसेसिंग यूनिट पर बेस्ड है डिवाइस
‘विजन प्रो’ एडवांस्ड न्यूरल प्रोसेसिंग यूनिट (NPU) पर आधारित है। यह NPU आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और मशीन लर्निंग एल्गोरिदम का इस्तेमाल करते हुए यूजर के आसपास के माहौल का रियल टाइम में विश्लेषण कर ऑग्मेंटेड रियलिटी का अलग अनुभव देगा।
चाहे वास्तविक जगत पर वर्चुअल चीजों को प्रस्तुत करना हो या उससे संबंधित सूचनाएं देनी हों, ‘विजन प्रो’ डिवाइस बहुत ही आसानी से डिजिटल कंटेंट को हमारी रोजमर्रा की जिंदगी से जोड़ देता है।
सटीक मैपिंग कर 3डी तस्वीर तैयार करता है
‘विजन प्रो’ की एक खासियत इसकी लेटेस्ट स्पेस मैपिंग टेक्नोलॉजी है। यह LEDR और कैमरों सहित एडवांस्ड सेंसर से सुसज्जित डिवाइस यूजर के आसपास की जगह की सटीक मैपिंग कर 3डी तस्वीर तैयार कर देता है। इससे वर्चुअल वस्तुओं को वास्तविक जगत के धरातल से सटीक तरीके से जोड़ने में मदद मिलती है। यह ऑग्मेंटेड रियलिटी का ज्यादा यथार्थवादी और भरोसेमंद अनुभव देता है।
रियल टाइम में शेयर कर सकते हैं ऑग्मेंटेड रियलिटी का अनुभव
इससे कोई भी यूजर ऑग्मेंटेड रियलिटी का अपना अनुभव रियल टाइम में अन्य लोगों के साथ साझा कर सकता है। हाई रिजॉल्यूशन डिस्प्ले वर्चुअल दुनिया को यूजर के वास्तविक संसार के साथ बेहतर रूप से जोड़ता है। चाहे किसी डिजाइन प्रोजेक्ट पर कोलेबोरेट करना हो या इंटरैक्टिव गेम में शामिल होना हो, विजन प्रो शेयर्ड प्रजेंस और कनेक्टिविटी के जरिए ऐसा किया जा सकता है।
आंखों और हाथों के मूवमेंट से इसे ऑपरेट कर सकते हैं
डिवाइस में एक्सेप्शनल कलर एक्युरेसी के साथ एक हाई-रिजॉल्यूशन डिस्प्ले मिलता है। यह सुनिश्चित करता है कि वर्चुअल ऑब्जेक्ट यूजर्स के रियल-वर्ल्ड व्यू के साथ मिश्रित हों। विजन प्रो में एडवांस्ड आई-ट्रैकिंग तकनीक भी है। यूजर्स आंखों और हाथों के मूवमेंट से इसे ऑपरेट कर सकते हैं। डिवाइस यूजर्स को फिल्में देखने, वीडियो गेम खेलने और न्यूज आर्टिकल्स पढ़ने में सक्षम बनाता है।
इस डिवाइस को बनाने के लिए कंपनी पिछले 7 साल से इस पर काम कर रही थी।
एडवांस्ड एन्क्रिप्शन प्रोटोकॉल और सुरक्षित डेटा स्टोरेज
यूजर के डेटा को सुरक्षित रखने के लिए इसमें एडवांस्ड एन्क्रिप्शन प्रोटोकॉल और सुरक्षित डेटा स्टोरेज है। मैपिंग डेटा की प्रोसेसिंग स्थानीय होती है, जिसे एपल के सर्वर पर साझा नहीं किया जाता। इसे एपल के दूसरे डिवाइस आईपैड, आईफोन से आसानी से जोड़ा जा सकता है। इस तरह से एपल के दूसरे प्लेटफॉर्म पर ऑग्मेंटेड रियलिटी का बेहतरीन अनुभव हासिल किया जा सकता है।