एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट से पहले महुआ मोइत्रा ने BJP को दी चेतावनी

एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट से पहले महुआ मोइत्रा ने BJP को दी चेतावनी

महुआ मोइत्रा ने पत्रकारों से कहा, “अब मां दुर्गा आ गई हैं… अब देखेंगे…”

खास बातें

  • Cash4Query मामले में एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट शुक्रवार को पेश की गई
  • महुआ ने रिपोर्ट पेश होने से पहले संसद पहुंचने पर पत्रकारों से बात की थी
  • ‘दिनकर’ की कविता का अंश सुनाकर चेतावनी दी थी महुआ मोइत्रा ने

नई दिल्ली:

तृणमूल कांग्रेस (TMC) की सांसद महुआ मोइत्रा शुक्रवार को जब संसद भवन पहुंचीं, तो एक कविता सुनाकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेतृत्व वाली सरकार को चेतावनी दे डाली.

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गौरतलब है कि लोकसभा में शुक्रवार को ही एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट पेश की गई, जिसके तुरंत बाद ज़ोरदार हंगामे के चलते लोकसभा की कार्यवाही को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है. लेकिन उससे पहले शुक्रवार सुबह जब महुआ मोइत्रा संसद भवन पहुंची थीं, तब पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने महाकाव्य महाभारत के उस संस्करण का एक अंश सुनाया, जो राष्ट्रकवि रामधारी सिंह ‘दिनकर’ द्वारा ‘रश्मिरथी’ नाम से लिखा गया था.

समाचार एजेंसी ANI द्वारा जारी किए गए एक वीडियो में महुआ को पत्रकारों से बात करते हुए यह कहते हुए देखा-सुना जा सकता है, “अब मां दुर्गा आ गई हैं… अब देखेंगे…” इसके बाद वह ‘दिनकर’ की कविता का अंश उद्धृत करती हैं, “जब नाश मनुज पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है…” यह रश्मिरथी का वह अंश है, जब भगवान श्रीकृष्ण अंतिम समझौते का प्रस्ताव लेकर हस्तिनापुर जाते हैं, लेकिन कौरव युवराज दुर्योधन प्रस्ताव को ठुकराकर श्रीकृष्ण को बंदी बनाने का आदेश देता है. उसी संदर्भ में ‘दिनकर’ लिखते हैं, “जब नाश मनुज पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है…”

महुआ यहीं नहीं रुकतीं, इसके बाद भी वह पत्रकारों से कहते हुए सुनाई देती हैं, “उन लोगों ने वस्त्रहरण शुरू किया है, अब वे महाभारत का रण देखेंगे…” महुआ ने यह वाक्य केंद्र सरकार के लिए चेतावनी के रूप में बोला है, हालांकि माना जा रहा है कि एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट में उनकी संसद सदस्यता रद्द कर देने की सिफ़ारिश की गई है, और यह प्रस्ताव संसद में पारित भी हो जाएगा.

उधर, भारतीय जनता पार्टी इस प्रस्ताव को पारित करवाने के लिए कमर कसकर बैठी है, और अपने सांसदों को तीन-पंक्ति का व्हिप जारी कर चुकी है, जिसका अर्थ है कि पार्टी के सभी सांसद संसद में मौजूद रहें, और प्रस्ताव को लेकर पार्टी लाइन पर ही वोट करें.



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