पुलिस की गिरफ्त में आरोपी
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एजुकेशन हब के रूप में पहचान बना चुके जिले में कई छात्र नशे के दलदल में फंसकर तस्कर बन रहे हैं। गांजा-चरस तस्करी में पकड़ी गई बुलंदशहर के ऊंचागांव निवासी वर्षा की कहानी भी कुछ यही बयां कर रही है। वर्षा पहले नॉलेज पार्क के कॉलेज में ही बीबीए की पढ़ाई करती थी और इसी तरह नशे की दलदल में फंसकर तस्कर बन गई।
इससे पहले भी जिले में कई छात्र नशा तस्करी के आरोप में पकड़े जा चुके हैं। वहीं, कई तस्करों की शिक्षण संस्थानों के आसपास से गिरफ्तारी भी हुई है। देश-विदेश से बड़ी संख्या में छात्र नोएडा-ग्रेनो में शिक्षा ग्रहण करने आते हैं। अभिभावक अपने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए उन्हें यहां भेजते हैं लेकिन कई छात्र अपने घर से दूर आकर नशे के चंगुल में फंस जाते हैं।
नशे की शुरुआत दोस्तों के साथ सिगरेट की कश और बीयर से होती है। लेकिन धीरे-धीरे कई छात्र-छात्राएं नशे के आदी होने लगते हैं। उनका नशा चरस व गांजे और शराब तक पहुंच जाता है।
अभिभावक से निर्धारित जेब खर्च मिलने के कारण कई छात्र नशे के शौक की पूर्ति के लिए तस्करी तक करने लगते हैं। लेकिन जब इन्हें इसमें मुनाफा व इच्छा की पूर्ति होती दिखाई देती है तो वह इसे अपने धंधे में शामिल कर लेते हैं। जहां से निकलना उनके लिए काफी मुश्किल होता है और एक न एक दिन वह कानून के चंगुल में फंस जाते हैं।