जबलपुर. मध्य प्रदेश के जबलपुर से चौंकाने वाली खबर है. यहां एचआईवी एड्स के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. जिला स्वास्थ्य ने इसके हैरान करने वाले आंकड़े जारी किए हैं. विभाग ने बताया कि जबलपुर में हर साल 250 से ज्यादा एचआईवी संक्रमित मरीज मिल रहे हैं. इन एचआईवी संक्रमित लोगों में ज्यादा संख्या उन युवाओं की है जो नशीले इंजेक्शन का सेवन करते हैं. युवा नशा करने के लिए एक ही सिरिंज का कई बार आपस में इस्तेमाल करते हैं. यानी, नशे की यह लत न सिर्फ युवाओं को नशेड़ी बना रही है, बल्कि उन्हें एचआईवी संक्रमण भी दे रही है.
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, बीते 5 सालों में करीब 1600 एचआईवी संक्रमित मरीज पाए गए हैं. इनमें से 60 प्रतिशत मरीज नशीले इंजेक्शन का सेवन करने के आदी हैं. इससे समझा जा सकता है कि शासन प्रशासन द्वारा किए जा रहे आदेशों की महज खानापूर्ति हो रही है. हर अधिकारी नशे की लत रोकने में नाकाम है. जिला स्वास्थ्य विभाग के सीएमएचओ डॉक्टर संजय मिश्रा का कहना है कि बीते 5 सालों में 1000 से ज्यादा एचआईवी संक्रमित मरीज पाए गए हैं. यह दुर्भाग्य है कि इनमें अधिकतर संक्रमित मरीज युवा हैं. ये युवा नशा करने के लिए नशीले इंजेक्शनों का सेवन करते हैं.
एक ही सिरिंज का बार-बार इस्तेमाल घातक
आर्थिक तंगी के कारण नशे की पूर्ति के लिए यह युवा एक ही सिरिंज का बार-बार प्रयोग करते हैं. ये लोग बारी-बारी से नशीले इंजेक्शन लगाने के लिए एक ही सिरिंज शेयर करते हैं. संभवतः इन्हीं में से कोई एचआईवी संक्रमित होता है और वह जाने अनजाने में आपस में संक्रमण को भी बांट लेते हैं. फिलहाल जबलपुर में नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल अस्पताल और जिला विक्टोरिया अस्पताल में एआरटी सेंटर संचालित हैं. यहां एचआईवी संक्रमित मरीजों का इलाज किया जा रहा है. इनमें से कई युवा संक्रमित मरीज स्वस्थ होकर अपने घर लौट गए.
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FIRST PUBLISHED : December 15, 2023, 13:36 IST