कैलाश कुमार/बोकारो.बोकारो के चास प्रखंड के उलगोड़ा गांव के निमाई महतो एक एकड़ में पपीता कि खेती कर अच्छी कमाई कर रहे हैं .लोकल 18 झारखंड से खास बातचीत में किसान निमाई महतो ने कहा कि उन्होंने गांव के किसान गोष्ठी से प्रेरित होकर पपीता खेती की शुरूआत की और आज अच्छी कमाई कर रहे हैं.
युवा किसान निमाई ने आगे कहा कि पपीता की खेती बेहतरीन विकल्प है.क्योंकि, पपीता की मांग पुरे साल होती है. पपीता के हाइब्रिड पेड़ 7- 8 महीने के अंदर बाजार में बिक्री के लिए तैयार हो जाते हैं. एक बार पेड़ तैयार होने के निरंतर 2 वर्षों तक किसान इसके उत्पादन से अच्छी कमाई कर सकते है.
15 हजार का आता है लागत
निमाई ने बताया कि प्रति एकड़ पपीता की खेती में लगभग 15 हजार रुपए खर्च आता है.जिसमें करीबन 500 से लेकर 600 पपीता के पौधे लगते हैं. एक एकड़ पपीता के खेती पर 60 से 70 टन पपीता का उत्पादन होता है, जिसकी बिक्री वह बोकारो के बाजारों में करते हैं और 25 से 30 हजार रुपए तक का मुनाफा कमाते हैं.पपीता की खेती में सबसे अधिक ध्यान सिंचाई और छोटे पौधे का रखना होता हैं. क्योंकि, अक्सर पपीते के पौधे में कीड़े मकोड़े अधिक आक्रमण करते हैं. जिससे पौधे का विकास रुक जाता है. पौधे बढ़ाने से पहले ही मर जाते हैं. इसलिए, पपीते के खेती में सिंचाई का प्रमुख स्रोत होना जरूरी है. क्योंकि, सही देखभाल से ही उच्च उत्पादकता हासिल की जा सकती हैं. वहीं ,पपीता के खेती के इच्छुक किसान को निमाई ने सलाह दी है कि यह सुगम और लाभकारी विकल्प है. जिसके जरिए हर कोई छोटी शुरुआत कर अच्छी कमाई कर सकता हैं.
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FIRST PUBLISHED : February 13, 2024, 16:15 IST