एक बार लगाएं, 11 महीने कमाएं, कम में मेहनत में लखपति बना देगी ये तकनीक

विक्रम कुमार झा/पूर्णिया. कम लागत और ज्यादा मुनाफा की बात सभी को अच्छी लगती है, लेकिन किसान अक्सर अपने खेत में सीजनली सब्जी की खेती करते हैं, जो की 3 से 4 महीने ही फलन देती है. जिससे किसानों की लागत और मेहनत ज्यादा लगती और मुनाफा कम होता है. इससे निराश होकर कई किसान खेती करना छोड़ देते हैं. लेकिन अब तकनीक का सहारा लेकर किसान कम लागत में ज्यादा मुनाफा आसानी से कमा सकते हैं. अब 3 महीने नहीं बल्कि 11 महीने तक सब्जी की खेती होगी. इससे ऑफ सीजन में फलन से दोगुना लाभ होगा.

इस मामले में जानकारी देते हुए जिला उद्यान पदाधिकारी राहुल कुमार कहते हैं कि कम लागत में ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए किसान भाई को कम समय फसल या सब्जी की पैदावार करनी होगी. उन्होंने कहा इसके लिए सब्जी की खेती आसानी से फायदा देगी. अभी के समय में हाइब्रिड सब्जी की खेती करें. जैसे ब्रोकली, पालक, शिमला, मिर्च, कद्दू, भिंडी या खीरा सहित अन्य कई सब्जी है. इन सब सब्जियों की खेती करने में आपको बाजार में कीमत अच्छी मिलती है. टमाटर की ही बात करें तो टमाटर की भी खेती काफी फायदे कारक होता है.

ग्रीन हाउस इफेक्ट से बेहतर फलन और बेहतर उत्पादन
किसान अगर सेड़नेस या प्लास्टिक का ग्रीन हाउस बना कर अगर खेती करें तो यह सालों भर खेती लाभदायक होगा. ग्रीन हॉउस इफेक्ट से तापमान मेन्टेन रहने से ज्यादा दिनों तक फलन देता है. इनमें खेती करने से प्याज, टमाटर, शिमला मिर्च, खीरा, कद्दू सहित अन्य चीजों को ऑफ सीजन में आसानी से उगा सकते हैं. इस तरह से आसानी से वह खेती कर लेंगे. हालांकि उन्होंने कहा कि किसान भाई तीन-चार महीने ही सब्जी की खेती से आमदनी ले पाते हैं. अगर ग्रीन हाउस बनाकर खेती करें या प्लास्टिक का हाउस बनाकर उसके अंदर खेती करें तो वह निश्चित ही फायदा होगा. ग्रीन हाउस इफेक्ट से फसल को ज्यादा फायदा होगा. आपकी सब्जी का उत्पादन सभी दिन होगा. वह आपको 11 महीने तक फलन दे सकता है.

ग्रीन हॉउस बनाने पर सरकार देगी लाभ
ग्रीन हाउस बनाने के लिए सरकार की तरफ से योजना का लाभ भी दिया जाता है. अगर कोई भी किसान इस योजना का लाभ लेकर खेती करना चाहते हैं, तो वह जिला में उद्यान कार्यालय में संपर्क कर इस योजना का लाभ ले सकते हैं. सरकार की तरफ से 50% तक का सब्सिडी भी दी जाती है.

Tags: Bihar News, Local18, Purnia news

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *