एक दो नहीं, 32 लड़कियों का था रेप का आरोप, कोई हंटर वाला अंकल तो कोई तोंद वाला

मनीष वत्स/पटना. मुजफ्फरपुर शेल्टर होम में रहने वाली 8 से 18 साल की बच्चियों और लड़कियों के साथ होती रही हैवानियत की चर्चा एक बार फिर होने लगी है. ऐसा इसलिए, क्योंकि किंग खान शाहरुख की प्रोडक्शन हाउस रेड चिली इंटरटेनमेंट के बैनर तले इसी सच्ची घटना पर आधारित फिल्म भक्षक का टीजर आज लॉन्च हो गया है. टीजर आने बाद से ही एक बार फिर से इस घटना की यादें लोगों के जेहन में परत दर परत सामने आने लगी है. इस शेल्टर हाउस में उस वक्त रहने वाली 42 में 32 लड़कियों ने खुद के साथ रेप किए जाने का आरोप लगाया था.

एक साथ जब इतनी लड़कियों ने शेल्टर हाउस के लोगों से लेकर रसूखदारों लोगों तक पर दुष्कर्म किए जाने का आरोप लगाया तो सरकार तक हिल गई थी. आंधी ऐसी उड़ी की समाज कल्याण विभाग की महिला मंत्री मंजू वर्मा तक की कुर्सी हिल गई थी. उन्हें मंत्री पद छोड़ना पड़ गया था, जबकि उनके पति चंद्रेश्वर वर्मा तक को जेल जाना पड़ गया था.

कोई था हंटर वाला अंकल, तो कोई तोंद वाला
शेल्टर होम की बच्चियों ने इसके संचालक ब्रजेश ठाकुर की पहचान हंटर वाले अंकल के रूप में की थी. इनके भक्षकों में कोई तोंद वाला अंकल था, तो कोई मूंछ वाला. बच्चियों के बयान के बाद ही इस मामले में तत्कालीन समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा के पति का नाम सामने आया था. उन्हें हवालात भी जाना पड़ा था. इस मामले में सीबीआई ने जो चार्जशीट दाखिल किया था, उसमें निचले कर्मियों से लेकर रसूखदारों तक के कुकर्मों की कहानी परत दर परत खुलकर सामने आ गई थी.

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हर रात जमती थी अय्याशी की महफिल
बताया जाता है कि सूबे के कई नेताओं, मंत्रियों और बड़े-बड़े अफसरों की महफिल इस शेल्टर होम के संचालक ब्रजेश ठाकुर के अड्डे पर जमती थी. जहां कोई हंटर वाला अंकल होता था, तो कोई मूंछ वाला, तो कोई तोंद वाला अंकल. कई बार यह महफिल मुजफ्फरपुर में जमती थी, तो कभी-कभी पटना में. सबको खुश रखने के कारण ही ब्रजेश ठाकुर का शेल्टर होम फलता-फूलता रहा था. वो तो जब 26 मई 2018 को टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस का रिपोर्ट सामने आया, तो सबकी पोल खुल गई और बिहार में भूचाल आ गया.

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इन अंकलों के सामने लड़कियां हाथ जोड़कर गिड़गिड़ाती रहती थी, लेकिन इनका दिल नहीं पसीजता था. दुष्कर्म के दर्द से जब लड़कियां कराहती थी, तो इनके दर्द पर मरहम लगाने के बजाए शेल्टर होम में काम करने वाले कथित डॉक्टर, नर्स व अन्य इन्हें और भयंकर पीड़ा देते थे. कई बार तो इन लड़कियों को नशे की गोली तक खिलाई जाती थी.

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