एक छत के नीचे पहाड़ के सारे उत्पाद, महिलाओं की आर्थिकी भी सुधार रहा ‘उद्यान बाजार’

सोनिया मिश्रा/ चमोली.अगर आप पहाड़ी प्रोडक्ट का इस्तेमाल करते हैं और चाहते हैं कि पहाड़ी दालें, शहद, घी, मंडुवे के बिस्किट समेत कई प्रोडक्ट्स एक ही छत के नीचे मिल जाएं, तो उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित उद्यान बाजार आपका इंतजार कर रहा है. यहां काफी सारे पहाड़ के प्रोडक्ट्स आपको मिल जाएंगे. वहीं यह जिले की तमाम महिलाओं को एक बाजार भी मुहैया करा रहा है, जहां वे खुद से उगाए गए उत्पादों को बेच सकती हैं. इससे महिलाओं की आजीविका भी बढ़ रही है. जिला मुख्यालय गोपेश्वर में उद्यान विभाग की ओर से संचालित उद्यान बाजार आउटडोर किसानों को बेहतर बाजार उपलब्ध करवा रहा है. इससे ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली जिले की तमाम महिलाएं अपने घर में उगने वाले उत्पादों को यहां बेचने के लिए आती हैं, जिससे उनकी आर्थिकी सुधर रही है. इसके अलावा इस बाजार के माध्यम से लोगों को शुद्ध स्थानीय उत्पाद भी आसानी से मिल रहे हैं.

उद्यान बाजार के संचालक दीपक बिष्ट बताते हैं कि उन्हें यह आउटलेट कोरोना काल में विभाग द्वारा स्वयं सहायता समूह के माध्यम से मिला था. आउटलेट के निर्माण में उन्होंने करीब 10 लाख रुपये खर्च किए और पहाड़ के उत्पादों को बेचना शुरू किया. धीरे-धीरे स्वयं सहायता समूह से जुड़ी जिले की महिलाओं ने उनसे जुड़कर अपने प्रोडक्ट को बेचना शुरू किया, जिससे वह महिलाओं से उनका सामान खरीदकर बेहद कम मुनाफे के साथ यहां बेचते हैं.

सर्दियों में गर्म दालों की ज्यादा डिमांड

दीपक बताते हैं कि पहाड़ों में इन दिनों गर्म दालों का सीजन है, इसलिए यहां राजमा 180रुपये किलो, गहत की दाल 230 रुपये किलो, तुर दाल 300 रुपये और रैस की दाल 160 रुपये किलो मिल जाएगी. साथ ही उनके पास दो तरह का शहद भी है. सामान्य शहद 800 रुपये किलो है. कार्तिक माह में निकले शहद की कीमत 1000 रुपये किलो है. दरअसलकार्तिक मास के शहद को सर्वोत्तम माना जाता है. कार्तिक मधु औषधीय गुणों से भरपूर होता है. इस ऋतुकाल का शहद दानेदार, खुशबूदार और जमने पर सफेद नजर आता है. इसका स्वाद गले में हल्की मिर्च जैसी लगता है. यह कम मात्रा में ही होता है. वहीं इसमें अत्यधिक मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं.

तीन साल से चल रहा उद्यान बाजार

जिला उद्यान अधिकारी तेजपाल सिंह बताते हैं कि उद्यान बाजार तीन साल से उद्यान विभाग के नजदीक ही संचालित हो रहा है. यहां कई पहाड़ के प्रोडक्ट एक ही छत के नीचे लोगों को मिल रहे हैं. साथ ही ग्रामीण महिलाओं के उत्पादों को बाजार मिलने की वजह से उनकी आमदनी में इससे बढ़ोतरी हो रही है.

कैसे पहुंचे उद्यान बाजार?

उद्यान बाजार पहुंचने के लिए आपको गोपेश्वर में प्रवेश करने से पहले 0 बैंड से होते ऊपर की सड़क पर आना होगा, जहां सड़क से सटा हुआ उद्यान बाजार आपको मिल जाएगा.

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