रोहित भट्ट/ अल्मोड़ा. देश की सरहद पर हमारे वीर जवान अपनी जान को दांव पर लगाकर 24 घंटे डटे रहते हैं, ताकि देश का हर नागरिक सुरक्षित सो सके. उत्तराखंड के एक ऐसे फौजी भी हैं, जो देश की रक्षा करने के साथ-साथ कुमाऊंनी गीतों को भी आगे बढ़ा रहे हैं. इनका नाम है ललित मोहन जोशी फौजी (Lalit Mohan Joshi Fauji Songs). अल्मोड़ा के कुमाऊं महोत्सव में वह जब मंच पर आए और अपनी आवाज से कुमाऊंनी गीतों को गुनगुनाना शुरू किया, तो सभी के दिलों को छू लिया. फौजी ने अपने कई सुपरहिट गानों पर वहां मौजूद लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया.
‘लोकल 18’ से खास बातचीत में ललित मोहन जोशी फौजी ने कहा कि कुमाऊंनी इंडस्ट्री में उन्होंने साल 2001 में कदम रखा था. उनकी पहली एल्बम तेरी भोली अनवारा का गाना ‘टक टका तक कमला’ से उन्हें पहचान मिली. तब यह गाना हर किसी की जुबान पर छा गया था. जिसके बाद उन्होंने कइयों सुपरहिट गाने दिए. उनका मानना है कि सभी को अपनी संस्कृति से जुड़े रहना चाहिए और उसे बढ़ावा देना चाहिए.
कुमाऊंनी इंडस्ट्री में आया है बदलाव
ललित मोहन जोशी फौजी ने कहा कि वह 22 साल से कुमाऊंनी इंडस्ट्री में काम कर रहे हैं और इस दौरान उन्होंने काफी बदलाव देखा है. पहले के गाने और अब के गानों में काफी अंतर देखने को मिलता है. जो सदाबहार गाने उन्होंने गाए हैं, आज भी मंच पर जाते ही सबसे पहले उनकी फरमाइश की जाती है. आजकल के समय में जो गाने ट्रेंड में चल रहे हैं, वे भी अच्छे हैं लेकिन उसके साथ-साथ हमको अपनी संस्कृति को भी जिंदा रखना जरूरी है.
‘युवा कलाकार अच्छा काम कर रहे हैं’
उन्होंने कहा कि युवा कलाकार अपनी संस्कृति को बढ़ाने के लिए अच्छा काम कर रहे हैं. युवाओं को प्लेटफार्म बहुत अच्छा मिला है, पर उन्हें ध्यान देने की जरूरत है कि वह अपनी संस्कृति पर ही फोकस करें ताकि कोई भी हमारी संस्कृति पर उंगली न उठा पाए.
1500 गाने गा चुके हैं फौजी
ललित मोहन जोशी फौजी अब तक करीब 1500 गाने गा चुके हैं. उन्होंने कहा कि अपनी आवाज से कुमाऊंनी गीतों को आगे बढ़ाने का सिलसिला आगे भी जारी रहेगा. वह आने वाले समय में और भी बेहतरीन गाने दर्शकों के लिए लेकर आने वाले हैं.
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FIRST PUBLISHED : November 8, 2023, 19:58 IST