ईशा बिरोरिया/ ऋषिकेश. उत्तराखंड की योगनगरी ऋषिकेश एक पावन तीर्थ स्थल है. यहां कई सारे प्राचीन मंदिर और घाट स्थापित हैं जोकि शहर में मुख्य आकर्षण का केंद्र हैं. हर मंदिर का अपना रोचक इतिहास, अपना महत्व व अपनी विशेषता है. जिस मंदिर के बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं, वह मंदिर ऋषिकेश के तपोवन में स्थित है. इस मंदिर का नाम है श्री सिद्ध बाबा बालक नाथ चारधाम मंदिर. इसके साथ ही इस मंदिर में आपको भारत के चारों प्रसिद्ध धामों के दर्शन हो जाएंगे.
Local 18 के साथ बातचीत में चारधाम मंदिर के पुजारी ललित बताते हैं कि इस मंदिर में विश्व प्रसिद्ध चारों धाम बद्रीनाथ, द्वारका, जगन्नाथ पुरी और रामेश्वरम के दर्शन हो जाएंगे. यहां स्थापित शिवलिंग रामेश्वरम धाम से लाया गया है, इसलिए इसका विशेष महत्व है. साथ ही यहां भगवान बद्रीनाथ, भगवान जगन्नाथ और द्वारकाधीश के भी दर्शन हो जाएंगे. इस मंदिर के पट शाम 4 बजे खुलते हैं और 10 बजे के करीब बंद हो जाते हैं. ऋषिकेश आने वाले श्रद्धालु चारधाम मंदिर जरूर आते हैं.
2004 में हुई थी मंदिर की स्थापना
ललित मोहन बताते हैं कि इस मंदिर की स्थापना 2004 में की गई थी. बाला बालक नाथ जी भगवान शिव के बहुत बड़े भक्त थे. इन्हें कलयुग में काफी ज्यादा पूजा जाता है. उन्हीं के शिष्य बाबा निर्मल नाथ की इच्छा थी कि जगह-जगह पर सिद्ध बाबा बालक नाथ जी के मंदिर की स्थापना की जाए ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग उनके बारे में जान सकें. इसी उद्देश्य से उन्होंने ऋषिकेश के तपोवन में इस मंदिर की स्थापना की. हर रविवार को इन्हें रोट यानी मीठी रोटी का भोग लगाया जाता है. साथ ही उन्हें भगवान शिव का आशीर्वाद है कि जो कोई भी भक्त इनकी सच्चे दिल से पूजा करेगा, उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी. अगर आप ऋषिकेश घूमने आए हैं या फिर आने की सोच रहे हैं, तो इस मंदिर के दर्शन जरूर करें.
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FIRST PUBLISHED : January 18, 2024, 18:27 IST