ईशा बिरोरिया/ ऋषिकेश. सर्दियों के दिनों में कड़ाके की ठंड में जब सभी रजाई के अंदर बैठे होते हैं, तब कुछ लोग सभी जरूरतमंदों, राहगीरों और गरीबों को चाय-नाश्ता करवाते हैं. इसी वजह से सभी इन्हें दानवीर बुलाते हैं. हम बात कर रहे हैं उत्तराखंड में स्थित ऋषिकेश की जानकी रसोई की, जो इस कड़ाके की ठंड में सभी को निशुल्क चाय नाश्ता करवाते हैं.
‘लोकल 18’ के साथ बातचीत में जानकी रसोई के सदस्य डॉ राजेश मनचंदा बताते हैं कि पिछले 5 साल से जानकी रसोई 72 सीढ़ी श्री गंगेश्वर महादेव मंदिर आस्था पथ पर सभी को निशुल्क चाय नाश्ते की सुविधा उपलब्ध करवाती है. हमारी यह रसोई सर्दियों की शुरुआत से लेकर शिवरात्रि तक चलती है और शिवरात्रि के बाद जब ठंड कम होने लगती है और गर्मी का अहसास होता है, तब विशाल भंडारे के साथ हम इसका समापन करते हैं. इस रसोई से जुड़े सभी सदस्य मिलकर जरूरतमंदों, राहगीरों और गरीबों को यहां निशुल्क सेवा देते हैं.
सुबह 4 से 8 बजे तक मिलता है चाय-नाश्ता
डॉ राजेश बताते हैं कि उनका उद्देश्य केवल जरूरतमंदों और गरीबों को नाश्ता करवाना ही नहीं बल्कि सभी राहगीरों को यह सेवा प्रदान करना है. सर्दियों में आमतौर पर ठंड के कारण दुकानें देर से खुलती हैं, जिस कारण राहगीरों, बस में सवार लोगों और साथ ही AIIMS आने-जाने वालों को चाय पानी उपलब्ध नहीं मिल पाता. इसी को ध्यान में रखते हुए जानकी रसोई सभी को सुबह 4 बजे से 8 बजे तक निशुल्क चाय-नाश्ता उपलब्ध करवाती है. इसमें हम लोग गरम चाय के साथ बिस्कुट, टोस्ट, समोसा, हलवा आदि परोसते हैं. यहीं नहीं जरूरत पड़ने पर हम गरीबों को कंबल, गरम कपड़े आदि भी उपलब्ध करवाते हैं.
ऋषिकेश के रहने वाले हिमांशु बताते हैं कि जानकी रसोई की यह सेवा सभी गरीबों और जरूरतमंदों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है. बढ़ती ठंड में चाय-नाश्ता सभी को राहत पहुंचाता है. उन्होंने भी यहां चाय की चुस्की ली, जो उन्हें काफी पसंद आई.
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FIRST PUBLISHED : December 17, 2023, 23:03 IST